डाॅ. श्यामा ने राष्ट्रीय एकता की स्थापना को रखा अपना प्रथम लक्ष्य: राम नाईक

punjabkesari.in Saturday, Jun 23, 2018 - 03:37 PM (IST)

लखनऊः यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने सदैव राष्ट्रीय एकता की स्थापना को अपना प्रथम लक्ष्य रखा। देश के प्रति उन्होंने जो मिसाल पेश की है, उसी रास्ते पर हम सब मिलकर चलें तो उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

डाॅ. श्यामा ने राष्ट्रीय एकता की स्थापना को रखा प्रथम लक्ष्य
डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर राज्यपाल ने चिकित्सालय प्रागंण स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रति यह श्रद्धांजलि होगी कि देश के प्रति उन्होंने जो मिसाल प्रस्तुत की है उसी रास्ते पर हम सब चलें। कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी का मानना था कि ‘एक देश में दो निशान, दो प्रधान और दो विधान’ नहीं होना चाहिए। इस बात को लेकर उन्होंने सत्याग्रह भी किया था। 

लोगों ने श्यामा को नेता विपक्ष के रूप में दी मान्यता 
नाईक ने कहा कि महात्मा गांधी के कहने पर आजादी के बाद प्रथम केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोलकाता से डाॅ. श्यामा तथा महाराष्ट्र से बाबासाहेब आंबेडकर को स्थान दिया गया। कश्मीर को लेकर वैचारिक मतभेद होने के कारण उन्होंने मंत्रिमंडल से त्याग पत्र दे दिया तथा भारतीय जनसंघ की स्थापना की। लोकसभा में जनसंघ के मात्र 3 सदस्य होने के बावजूद भी विपक्ष के लोगों ने एकजुट होकर डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को नेता विपक्ष के रूप में मान्यता दी।

बता दें कि, इस अवसर पर प्रदेश की मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, बृजेश पाठक, राज्यमंत्री श्रीमती स्वाती सिंह, राज्यमंत्री डाॅक्टर महेन्द्र सिंह, राज्यसभा सांसद अशोक बाजपेई, विधायक सुरेश श्रीवास्तव, महापौर डाॅक्टर संयुक्ता भाटिया सहित अन्य अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
 

Deepika Rajput