वायरल पत्र के हस्ताक्षर पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा के हस्ताक्षर से नहीं मिलते: अनंत देव

punjabkesari.in Tuesday, Jul 07, 2020 - 06:40 PM (IST)

लखनऊ: कानपुर मुठभेड़ में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा के सोशल मीडिया में वायरल हुए एक कथित पत्र के बारे में कानपुर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंतदेव का कहना है कि इस तथाकथित पत्र में जो हस्ताक्षर हैं वह मिश्रा के हस्ताक्षर से नहीं मिलते।

अनंतदेव का कहना है कि उनकी याद में ऐसा कोई पत्र उनके सामने नही आया था। उन्होंने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक (आईजी), लखनऊ इस मामले की जांच कर रही हैं और जल्द ही इसकी सच्चाई सामने आ जायेगी।

गौरतलब है कि मिश्रा का तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अंनतदेव को भेजा गया एक कथित पत्र सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें उन्होंने कथित रूप से चौबेपुर के थाना प्रभारी विनय तिवारी और माफिया सरगना विकास दुबे के बीच संबंध होने के गंभीर आरोप लगाए थे। यह पत्र कानपुर पुलिस के रिकार्ड मे नहीं पाया गया है।

कानपुर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और वर्तमान में उप्र एसटीएफ के डीआईजी अनंतदेव ने मंगलवार बताया कि 'पहली बात तो यह कि जो पत्र मीडिया में वायरल हो रहा है और उसके हस्ताक्षर और दिवंगत क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा के हस्ताक्षर आपस में नही मिलते हैं। उनके अन्य पत्रों के हस्ताक्षर और इस वायरल पत्र के हस्ताक्षर में बहुत अंतर है।  'उन्होंने कहा,' एक एसएसपी के सामने प्रतिदिन सैकड़ों प्रार्थनापत्र और पत्र आते हैं..कोई भी पत्र पहले एसएसपी कार्यालय आता है जहां उसे वहां का मुंशी रजिस्टर में अंकित करता है। फिर उसके बाद वह पत्र पेश होता है । हर पत्र में एक पत्रांक संख्या और तिथि अंकित होती है, जो इस वायरल पत्र में कहीं नहीं है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मुझे याद आता है कि ऐसा कोई पत्र मेरे सामने आया ही नही है । फिर सोमवार को कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बता दिया कि ऐसा कोई पत्र रिकार्ड में ही नही है ।' इस वायरल पत्र की जांच मंगलवार को आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह को दी गयी।

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Umakant yadav