गोरखपुर में बोले CM योगी आदित्यनाथ- उत्तर प्रदेश में 6 साल पहले चरम पर थी अराजकता, होते थे दंगे

punjabkesari.in Tuesday, Oct 17, 2023 - 08:23 AM (IST)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से 6 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में दंगे होते थे और अराजकता चरम पर थी। सोमवार को जारी एक अधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के सेक्टर 26 में 114 करोड़ रुपये की लागत से 20,067 वर्गमीटर में निर्मित विस्तृत दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद परियोजना का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज से 6 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में दंगे होते थे और अराजकता चरम पर थी। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर थी, ऐसे में कोई भी निवेशक प्रदेश में निवेश करने को तैयार नहीं था। अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सत्ता में आते ही सबसे पहले कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर किया। सुगम कारोबार के लिए आवश्यक सुधार किए।

हमने युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जोड़ा: योगी आदित्यनाथ
मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमने युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जोड़ा। इसी का परिणाम है कि फरवरी 2023 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रदेश को 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए। उन्होंने दावा किया कि इससे प्रदेश के एक करोड़ 10 लाख युवाओं को सीधे-सीधे नौकरी मिलेगी, फलस्वरूप प्रदेश के युवाओं को नौकरी की तलाश में देश के अन्य राज्यों में नहीं भटकना पड़ेगा। योगी ने कहा कि युवा अपनी ऊर्जा और प्रतिभा को जब उत्तर प्रदेश के विकास के साथ जोड़कर कार्य करेगा तो इस प्रदेश को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने से कोई रोक नहीं पाएगा। योगी ने यह भी कहा कि इस डेयरी से एक लाख परिवारों को अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ने का अवसर मिलेगा, साथ ही 300 लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर नौकरी मिलेगी एवं 1500 अन्य लोग संयंत्र के संचालन की व्यवस्था से जुड़ेंगे।

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Nithari Murder Case: दो बार फांसी के फंदे पर लटकने से बाल-बाल बचा सुरेंद्र कोली
बहुचर्चित निठारी कांड के केंद्र में रहा सुरेंद्र कोली फांसी पर लटकाए जाने से महज कुछ दिन पहले दो बार बाल-बाल बच गया था, और सोमवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उसे बड़ी राहत देते हुए बरी कर दिया। कोली ने कानूनी प्रक्रिया के खतरनाक उतार-चढ़ाव को पार किया और 2011 तथा 2014 में दो मृत्यु वारंट (फांसी की सजा के क्रियान्वयन) से बच गया। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा शुरू में दुष्कर्म और हत्या के 16 मामलों में आरोपी बनाए गए घरेलू सहायक कोली को गाजियाबाद की एक विशेष अदालत ने तीन मामलों में बरी कर दिया था, लेकिन शेष 13 मामलों में उसे मौत की सजा सुनायी थी।

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Anil Kapoor