एक ही मैदान में लगे BJP जिंदाबाद और मुर्दाबाद के नारे

punjabkesari.in Wednesday, Nov 08, 2017 - 12:58 PM (IST)

शाहजहांपुरः यूपी निकाय चुनाव की घोषणा होते ही सभी प्रत्याशी अपने-अपने चुनाव इलाके में जाकर सभा को संबोधित कर रहे है। यहां वो जनता से विकास को लेकर वादे भी कर रहे है। एेसा ही माहौल शाहजहांपुर में देखने को मिला। जहां बीजेपी प्रत्याशी, योगी-मोदी के मंत्री सभा को संबोधित कर रहे थे। इस सभा में खास बात यह रही कि एक ओर बीजेपी जिंदाबाद के नारे लग रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे।

दरअसल यह सभा खिरनीबाग रामलीला मैदान में आयोजित की गई थी। जहां बीजेपी प्रत्याशी और जितिन प्रसाद की भाभी के नामांकन के बाद रामलीला में एक योगी के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना तो एक मोदी के मंत्री कृष्णा राज मौजूद थीं। इस दौरान सुरेश कुमार खन्ना ने जनता से विकास को लेकर वादे भी किए।

BJP मंत्री करते रहे जनता को संबोधित  
इसी मैदान पर एक भव्य पंडाल बीजेपी का लगा था तो वहीं दूसरी तरफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का पंडाल था। जो पिछले 17 दिन से न्याय की आस में धरना प्रदर्शन कर रहे है। चारों तरफ बीजेपी के लाउडस्पीकर लगे थे। जमकर बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में नारेबाजी लग रही थी और मंत्री जी जनता को संबोधित कर रहे थे।

BJP जिंदाबाद तो दूसरी तरफ मुर्दाबाद के नारे  
वहीं 2 मंत्रियों के शोर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आवाज दबाकर रख दी। एक तरफ बीजेपी जिंदाबाद के नारे लग रहे थे तो दूसरी तरफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तरफ से बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे। इस दौरान भी दोनों में से एक भी मंत्री की नजर इस पंडाल में बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर नहीं पड़ी।

17 दिन से धरने पर बैठें है आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता 
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं कहना है कि वो पिछले 17 दिन से इस मैदान पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद थी कि इस मैदान पर 2 मंत्री मौजूद रहे। जिसमें से एक मंत्री तो हमारी समस्या सुनने आएगा, लेकिन किसी ने भी उनकी सुध नही ली।

BJP से अच्छी सपा सरकार 
उनका कहना है कि योगी आदित्यनाथ ने चुनाव से पहले कहा था कि अगर बीजेपी सरकार प्रदेश में बनती है तो सबसे पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कल्याण करेंगे। यह सिर्फ कोरे आश्वासन थे, इससे अच्छी तो पुरानी सपा सरकार थी।

निकाय चुनाव बहिष्कार करने की दी धमकी
इन सब से आहत होकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें चुनाव से पहले नहीं मानी गईं तो वो निकाय चुनाव में वोट नहीं डालेंगी। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चुनाव का बहिष्कार करेंगी।