...तो इसलिए 3 युवकों ने जलती चिता से निकाल लिया महिला का शव

punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2018 - 02:31 PM (IST)

मुजफ्फरनगरः वर्तमान के दौर में अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र, चमत्कार जैसी चीजों पर भरोसा करना एक हद तक अपनी अज्ञानता को बढ़ावा देना है। ताजा मामला मुजफ्फरनगर जिले का है। जहां 3 युवकों ने तांत्रिक विद्या को सिद्ध करने के लिए शमशान घाट में जल रही चिता को बाहर निकाला और उसके बाद लाश को काट डाला।

जानिए पूरा मामला 
जानकारी के मुताबिक मंडावली खादर गांव निवासी लता 50 वर्षीय पत्नी मदन काफी दिनों से बीमार चल रही थी। उपचार के दौरान 3 महीने पूर्व चिकित्सकों ने महिला को कैंसर बता दिया। शनिवार को महिला की मौत हो गई। परिजन अंतिम संस्कार के लिए गांव के बाहर श्मशान घाट पर ले गए। चिता में मुखग्नि देने के बाद ग्रामीण चले गए।

शव की ऐसी हालत देखकर दंग रह गए परिजन
जिसके बाद करीब 1 घंटे बाद परिजन श्मशान घाट पर शव को देखने पहुंचे तो शव चिता से गायब था। चिता की ऐसी अजीब हालत देखकर परिजनों के होश उड़ गए। इस दौरान परिजनों में से एक युवक की नजर श्मशान घाट के एक कोने पर बैठे तीन युवकों पर पड़ी। परिजन युवकों के पास पहुंचे तो दंग रहे गए। महिला का अधजला शव चाकू से कटा पड़ा था। तीनों शरीर से कुछ अंग निकालकर पूजा सामग्री के साथ तंत्र-मंत्र में लगे थे।

पुलिस की हिरासत में आरोपी
परिजनों को देख युवक वहां से भागने लगे। ग्रामीणों ने युवकों का पीछाकर जंगल से पकड़ लिया। पूछताछ में युवकों के दूसरे पक्ष का होने की बात मालूम चलते ही तनाव फैल गया। ग्रामीणों ने युवकों को शमशान घाट ले जाकर पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया।

तांत्रिक विद्या सिद्ध करने की क्रिया कर रहे थे युवक
आरोपी युवक बागपत के छपरौली निवासी मजरू हसन पुत्र बारू, रतनुपरी थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव निवासी आमीर पुत्र नफीस, रब्बान पुत्र जानआलम है। महिला के पति मदन की तहरीर पर तीनों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पकड़े गए आमिर और रब्बान ने बताया कि मजरू हसन वर्षों से तांत्रिक क्रिया करता है। उसने बताया था कि तांत्रिक विद्या वही सिद्ध होती है जो शमशान घाट पर नदी के किनारे हो। पिछले कई दिनों से वे श्मशान घाट पर पहुंचने वाले शव का इंतजार कर रहे थे, जिसके बाद बीती रात उनको मौका मिल गया।