करवा चौथ के दिन CRPF जवान का घर आया शव, परिवार में छाया मातम

punjabkesari.in Saturday, Oct 27, 2018 - 02:19 PM (IST)

गाजियाबादः एक तरफ जहां पूरा देश करवाचौथ की खुशी मना रहा है, वहीं गाजियाबाद में एक सीआरपीएफ के जवान की पत्नी और परिवार मातम में डूबा है, क्योंकि सीआरपीएफ के जवान की संदिग्ध मौत हो गई है। मध्य प्रदेश के नीमच में तैनात पंकज चौधरी कि 3 दिन पहले ड्यूटी के दौरान कमरे में लटकी हुई लाश मिली थी। सीआरपीएफ ने इसे आत्महत्या बताया। बीती देर रात मुरादनगर स्थित पंकज चौधरी के घर पर उनकी लाश को भेज दिया गया। मृतक जवान के परिवार ने शव लेने से इंकार कर दिया और सीआरपीएफ के ट्रक को गांव के बाहर ही रोक दिया।

पंकज के परिवार का आरोप है कि आत्महत्या का मामला नहीं हो सकता है। इसके पीछे जांच होनी चाहिए। पंकज चौधरी को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए। इसलिए उन्होंने पंकज की डेड बॉडी लेने से इंकार कर दिया है। प्रशासन और स्थानीय विधायक उन्हें समझाने में लगे हैं। पंकज के परिवार के लोग ग्रामीणों के साथ गांव के गेट पर ही सड़क पर बैठे हैं।

मृतक के परिवार का कहना हैं कि शव पर चोट के निशान हैं। उसका चेहरा और हाथ नीले पड़े हुए हैं और सुसाइड में हाथ नील पड़ने का कोई वजह नही हैं। शव बैठा हुआ मिला हैं । जिससे लगता हैं कि उसकी हत्या की गई हैं। परिवार ने शव लेने से मना कर दिया हैं। पूरे घटनाक्रम की जांच करके इंसाफ दिए जाने और शहीद का दर्जा देने की मांग परिवार कर रहा हैं।

बता दें कि 24 अक्टूबर की रात नीमच में संदिग्ध हालत में पंकज की मौत हो गई थी। उसका शव कमरे के अंदर लटका हुआ मिला। सीआरपीएफ ने इसे सुसाइड माना और सीआरपीएफ के कमांडेंट ने परिजनों को सूचना दी थी कि पंकज ने खुदकुशी कर ली है। बीती रात से पंकज का शव सीआरपीएफ के जवान लेकर मुरादनगर पहुंचे, लेकिन  गांव के बाहर ही ग्रामीणों ने गाड़ी को रोक दिया है। अभी तक परिजन शव को लेने के लिए तैयार नहीं है।

इस पूरी घटना के बारे में सीआरपीएफ के उच्चाधिकारियों को भी इसकी सूचना दे दी गई है। परिवार जवान की हत्या किये जाने की बात कह रहा हैं और शव लेने को तैयार नहीं है। वही परिवार को समझाने के प्रयास सीआरपीएफ के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन कर रहा हैं।
  

Tamanna Bhardwaj