कोई हिंदू लड़की कूकर में पकती मिली तो किसी के मिले 35 टुकड़े... लव जिहाद पर बोले मशहूर कथावचक अनिरुद्ध आचार्य

punjabkesari.in Saturday, Jul 08, 2023 - 08:12 PM (IST)


Meerut News, (आदिल रहमान): मशहूर कथावचक अनिरुद्ध आचार्य महाराज ने मेरठ में यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एक देश एक कानून होना चाहिए। साथ ही लव जिहाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के हाथी ने मुगलों का साथ नहीं दिया जबकि वो जानवर था। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी नहीं मानती बात इसीलिए कोई लड़की कूकर में पकती मिली तो किसी के 35 टुकड़े मिले। उन्होंने हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर भी कहा कि हिंदू राष्ट्र अवश्य होना चाहिए।

सनातन धर्म में कहीं भी बलि चढ़ाने की व्यवस्था नहीं है: अनिरुद्ध आचार्य
दरअसल, मशहूर कथा वाचक अनिरुद्ध आचार्य महाराज जी का मेरठ में कार्यक्रम चल रहा है। इसी दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पूरी तरीके से साइंटिफिक है और अगर कोई साइंस को समझता है तो ही वो सनातन को समझ पाएगा। उन्होंने कहा कि 2000 साल से पहले का इतिहास साइंस के पास नहीं है लेकिन सनातन सबसे पुराना है। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण जब द्वारिका गए थे तो द्वारका को पानी में डूबा कर गए थे ऐसा भागवत में लिखा हुआ है और कुछ वर्ष पहले पानी के अंदर द्वारका मिली है और जब वैज्ञानिकों ने उसके बारे में पता किया तो यह बात निकलकर आई कि वो लगभग साडे 5000 वर्ष पुरानी इमारतें हैं। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म में सभी के लिए कार्य किया जाता है फिर चाहे वो जानवर ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि हमारे यहां सबसे पहली रोटी गाय को निकाली जाती है और अंतिम रोटी कुत्ते को निकाली जाती है और चिड़िया को भी दाना दिया जाता है जबकि अन्य धर्मों में जीवों की हत्या की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म में कहीं भी बलि चढ़ाने की व्यवस्था नहीं है और बहुत सारे देवी मंदिरों में आज भी बलि चढ़ाई जाती है वो मनमाना है। उन्होंने कहा कि आज हमारे यहां अगर कोई व्यक्ति मंदिर में ले जाकर बकरे को काट रहा है तो यह उसका अपना विचार है और वो सनातन का दुरुपयोग कर रहा है क्योंकि हमारा धर्म संस्कृति और ऋषि मुनि इस बात की आज्ञा नहीं देते कि किसी की हत्या की जाए।

'युवा पीढ़ी की मनमानी से बढ़ रहे लव जिहाद के मामले' 
इस दौरान लव जिहाद के मुद्दे पर अनिरुद्ध आचार्य ने कहा कि ब्राह्मण का विवाह ब्राह्मण में हो, क्षत्रिय का विवाह क्षेत्रीय में हो और मुसलमान का मुसलमान में हो यही हमारे दादा परदादा करते आए हैं लेकिन आज की युवा पीढ़ी इस बात को मानने को तैयार नहीं है और यही वजह है कि लव जिहाद के मामले बढ़ रहे हैं। इसी के चलते कोई लड़की कुकर में पकती हुई दिखाई दे रही है तो कोई 35 टुकड़ों में बरामद हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर हम सफेद गुलाब, लाल गुलाब में मिलाते हैं तो फिर तीसरा गुलाब एक नए तरीके का गुलाब बनेगा तो इससे बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू गाय को माता मानता है और मुसलमान गाय को खाता है और अगर कोई हिंदू लड़की मुसलमान के घर जाती है तो वो गाय की पूजा करेगी या फिर उसे खाएगी। वहीं धर्मांतरण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हिंदू कभी इस बात को किसी से नहीं कहता कि कोई उनके धर्म में आ जाए बल्कि वो इस बात को कहते हैं कि जहां हो और जिस धर्म में हो उसी में रहो और सत्य का साथ दो। उन्होंने कहा कि हमारे यहां जितने भी सनातनी है वो पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के हाथी को मुगलों ने बंधक बना लिया था उससे यह कहा गया था कि वो उनकी तरफ से युद्ध करें लेकिन उस हाथी ने पानी और भोजन नहीं पिया बल्कि अपने प्राणों को त्याग दिया लेकिन महाराणा प्रताप के खिलाफ युद्ध नहीं किया और दुश्मनों के साथ नहीं मिला जो कि वो जानवर था।

एक देश एक कानून होना जरूरी: आचार्य
वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि एक देश एक कानून होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर आप का कानून अलग और हमारा कानून अलग तो देश की व्यवस्था कैसे चलेगी इसीलिए सब लोगों की जिम्मेदारी है कि जब देश एक है तो कानून भी एक होना चाहिए। वहीं मंदिरों में बाकायदा ड्रेस कोड लागू किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि धोती कुर्ता भारतीय पहनावा है और कम से कम 1 दिन हर व्यक्ति को यह भारतीय पहनावा पहनना चाहिए और अगर हम इसी पहनावे को नहीं पहनेंगे तो हम भारतीय संस्कृति को कैसे बचा पाएंगे। आचार्य ने बागेश्वर महाराज द्वारा चलाई जा रही हिंदू राष्ट्र की मुहीम के मुद्दे पर कहा कि हिंदू राष्ट्र तो होना ही चाहिए और हर सनातनी हर हिंदू को चाहिए कि हिंदू राष्ट्र हो। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र हो तो जाएगा लेकिन उसके लिए हर भारतीय को खड़ा होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सभी संत साधु साथ हैं। वहीं विवादित फिल्म आदि पुरुष को लेकर उन्होंने कहा कि हम सभी ने रामायण को टीवी पर देखा है और राम जी और सीता माता के किरदार को भी हमने टीवी पर देखा है लेकिन इस फिल्म में सभी किरदारों को उलट दिखाया गया है। आज लोग सनातन धर्म का मजाक बनाने में जरा भी नहीं झिझकते हैं क्योंकि सनातन धर्म दया का धर्म है जिसकी मिसाल यह है कि मोहम्मद गौरी को पृथ्वीराज चौहान ने 15-16 बार क्षमा कर दिया था। लेकिन हमें ऐसी बातों का डटकर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद सभी संतो की मीटिंग चल रही है और सभी संतों की मांग हैं कि यहां जल्द से जल्द कृष्ण मंदिर बनाया जाना चाहिए और उसके लिए सभी संत एक जूठ है और वह खुद भी इस आंदोलन में शामिल हैं।

Content Writer

Mamta Yadav