खुलासा: मुनव्वर राना के पुत्र ने ही चाचाओं को फंसाने के लिए खुद पर चलवाई थी गोली, 4 गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jul 02, 2021 - 08:23 PM (IST)

रायबरेली: उत्तर प्रदेश में रायबरेली शहर में मशहूर शायर मुनव्वर राना के पुत्र ने अपने चाचाओ को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई थी। पुलिस ने इस हाइ प्रोफाइल सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि शायर के आरोपी फरार बेटे को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है।       

पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने शुक्रवार को यहां बताया कि पिछले दिनों जिले के मूल निवासी और वर्तमान में लखनऊ के लालकुआं इलाके के रहने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राना के पुत्र तबरेज राना पर 28 जून को शहर के रतापुर के पास लखनऊ रोड पर एक पेट्रोल पंप के निकट जानलेवा हमले के मकसद से फायरिंग की सनसनीखेज वारदात सामने आई थी। उन्होंने बताया कि तथाकथित पीड़ित तबरेज राना ने इस फायरिंग की घटना का ठीकरा अपने सगे चाचा के सिर फोड़ दिया। उसका आरोप था कि उसके पिता और चाचा के नाम पुश्तैनी जमीन थी जिसे लेकर उसके परिवार में विवाद था और इसी कारण उसके चाचाओं ने उसे मारने की गरज से यह फायरिंग करवाई है।       

उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत दर्ज कर एसओजी की मदद से तफ्तीश शुरू कर दी। घटनास्थल के आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गयी । तबरेज के चाचाओं ने शूटर भेज कर जान से मारने के लिए फायरिंग की तथाकथित कहानी पर पुलिस को शक हुआ। तफ्तीश में इस बात का खुलासा हुआ कि तवरेज ने खुद पर कुछ लोगो से फर्जी जानलेवा हमला करवाया था ताकि वह अपने चाचा, उनके बेटे को फंसा सके और खुद तिलोई से चुनाव लड़ने के राजनीतिक मंसूबो में कामयाब हो सके। पुलिस अधीक्षक के अनुसार फर्जी फायरिंग से आरोपी तबरेज ने सोचा कि इससे उसे पुलिस सुरक्षा और मीडिया कवरेज भी मिलेगी और चाचा आदि भी फंस जाएंगे और जमीनी विवाद से हट जाएंगे। बताया गया कि तबरेज ने पुश्तैनी जमीन का बड़ा हिस्सा जिसमे उसके चाचा और मुनव्वर राना का हिस्सा था। जिसे इसी साल फरवरी में बेच दिया था ,जिससे परिवार में विवाद शुरू हो गया था। इस कृत्य की पुष्टि सरकारी दस्तावेजों से भी होती है।       

कुमार ने बताया कि पुलिस ने इस घटना में शामिल शूटर सतेन्द्र त्रिपाठी और मोटरसाइकिल चालक शुभम सरकार के साथ साजिशकर्ता हिस्ट्रीशीटर हलीम तथा उसके साथी सुल्तान अली को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक तबरेज के साथी हलीम जिसके खिलाफ पहले से हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है तथा उसका साथी सुल्तान बैनर पोस्टर लगाने की ठेकेदारी करता है ,जिनसे तबरेज का बराबर सम्पकर् था और इन दोनों को उसने चुनाव में बैनर पोस्टर लगाने का ठेका देने का प्रलोभन देकर इस फर्जी फायरिंग की साजिश में शामिल शरीक कर लिया। इन साथियों ने उसके लिए शूटर को तैयार किया। लेकिन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में जिस तरह से शूटर ने उस पर हमला किया और मामले के तथ्यों से अलग मास्टरमाइंड तबरेज के विरोधाभासी बयानों और पुलिस की तफ्तीश से सारी योजना पकड़ में आ गयी और शायर मुनव्वर राना के लड़के की चालाकी धरी की धरी रह गई।       

पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर रायबरेली के रहने वाले इन चारों आरोपियों को पकड़ कर जेल भेज दिया है जिनके पास से अवैध हथियार भी बरामद हुए है जबकि मास्टरमाइंड तवरेज अभी फरार है और उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दबिश डाल रही है। पुलिस अधीक्षक ने फर्जी फायरिंग के मामले का खुलासा करने वाली टीम को 25 हज़ार का पुरस्कार देने की घोषणा की है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Umakant yadav

Recommended News

Related News

static