लोकसभा चुनाव में एक दूसरे के प्रत्याशी की कमान संभालेगा SP-BSP गठबंधन

punjabkesari.in Friday, Mar 15, 2019 - 09:07 AM (IST)

लखनऊ: कभी एक दूसरे की धुर विरोधी रही समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनावों में गठबंधन के बाद मतदाताओं को यह संदेश देने के लिए जमीनी स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है कि दोनों दल अब एक हैं और कार्यकर्ता दोनों दलों के प्रत्याशियों को जिताने के लिए कमर कस लें। सपा और बसपा गठबंधन ने अपने परंपरागत वोटों को एकजुट रखने के लिए तैयारियों पर अमल शुरू कर दिया है जिसके तहत जल्द ही पार्टी नेताओं को प्रत्येक लोकसभा सीट की अलग-अलग जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी।

सपा के प्रदेश प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने बताया कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों में बूथ स्तर पर प्रबंधन की तैयारी आरंभ हो गई है। दोनों दल समन्वय करेंगे ताकि कार्यकर्ताओं के बीच यह संदेश जाए कि दोनों दल एक हैं। जिस लोकसभा सीट पर सपा प्रत्याशी चुनाव लड़ रहा है वहां विधानसभा स्तर पर चुनाव प्रबंधन का जिम्मा स्थानीय बसपा नेताओं के हाथ में होगा और जहां बसपा प्रत्याशी चुनाव लड़ रहा है वहां की पूरी जिम्मेदारी सपा नेताओं पर होगी ताकि सपा और बसपा दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच यह संदेश जाए कि दोनों दल एक हैं।

गठबंधन के दोनों नेताओं अखिलेश यादव और मायावती की संयुक्त जनसभाएं इस माह के अंतिम सप्ताह से शुरू होने की उम्मीद है। दोनों दलों की प्रचार सामग्री (झंडा, बैनर और पोस्टर) में भी दोनों नेताओं की फोटो और चुनाव चिन्ह (साईकिल और हाथी) साथ साथ रखे जा रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह प्रचार सामग्री में दोनों नेताओं की फोटो और चुनाव चिन्ह रखें। बसपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी सुप्रीमो मायावती ने निर्देश दिए हैं कि जिन लोकसभा सीटों पर सपा के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं वहां हर गांव और हर बूथ में यह संदेश दिया जाए कि पार्टी कार्यकर्ताओं को सपा के चुनाव चिन्ह साईकिल के लिए प्रचार करना है।

सपा बसपा दोनों दलों में गठबंधन के बाद अब उनके झंडे ने भी साझा रूप ले लिया है। इस साझा झंडे को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि आधे हिस्‍से में मायावती और बसपा का चुनाव निशान हाथी नजर आए और आधे हिस्‍से में अखिलेश यादव और सपा का चुनाव निशान साइकल दिखाई दे। दोनों ही दलों ने अभी चुनाव प्रचार शुरू नहीं किया है लेकिन गुरुवार की रात को अखिलेश यादव की अचानक मायावती से मुलाकात के बाद दोनों दलों में सरर्गिमयां बढ़ गई हैं। सपा अपने 11 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। शेष सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची जल्द आने की उम्मीद है।

सपा प्रवक्ता साजन ने कहा कि गठबंधन के दोनों नेताओं की संयुक्त रैलियां मार्च के अंतिम सप्ताह से शुरू हो जाएंगी और प्रयास रहेगा कि प्रदेश की सभी अस्सी सीटों पर दोनों नेताओं की कम से कम एक संयुक्त जनसभा अवश्य आयोजित हो। दोनों पार्टियों के जिला स्तर पर कार्यालय भी दोनों दलों के नेता कार्यकर्ता साझा करेंगे। बसपा नेता ने कहा कि कार्यकर्ताओं तक बहन जी का संदेश पहुंचा दिया गया है कि जहां सपा का प्रत्याशी चुनाव लड़ रहा है वहां उसे पार्टी का पूरा वोट ट्रांसफर कराया जाए और यही उम्मीद हम सपा नेताओं से भी करते है कि वह अपने वोट बसपा प्रत्याशियों को ट्रांसफर कराएं।

Anil Kapoor