सपा नेता की धवस्त की जा रही अवैध बिल्डिंग पर कल तक की रोक, 6 मंजिल की इमारत में बने हैं 45 फ्लैट

punjabkesari.in Monday, Nov 14, 2022 - 06:17 PM (IST)

लखनऊः यूपी के लखनऊ जिले में नजूल की जमीन पर बने अवैध अपार्टमेंट को धवस्त की कार्रवाई पर कल तक रोक लगा दी गई है। बता दें कि यह बिल्डिंग समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता फहद यजदान की है। इसमें लगभग 45 फ्लैट बनाए गए हैं। वहीं, जब एलडीए की कार्रवाई शुरू हुई तो बिल्डर ने आनन-फानन में 36 फ्लैटों की रजिस्ट्री भी करा डाली। इस मामले में दोषी पाए गए  8 इंजीनियर और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई लंबित है।

दरअसल फहद यजदान ने नकशा पास होने से पहले ही  प्राग नारायण रोड पर एक बड़ी बिल्डिंग बना कर उसके कुछ फलैस को बेच भी दिया था। वही, जब नक्शा बन कर तैयार हुआ तो बिल्डिंग बिल्कुल नक्शे के विपरीत पाई गई। जिसके बाद एलडीए ने इस बिल्डिंग को ध्वस्त कराने का आदेश पारित किया था। वही, करीब छह महीने पहले इस बिल्डिंग का कुछ हिस्सा तोड़ा भी गया था, लेकिन बिल्डिंग तोड़ने में काफी कठिनाई आ रही थी। इसके बाद प्राधिकरण ने इसे तोड़ने के लिए डायनामाइट का इस्तेमाल करने को कहा था, लेकिन बाद में शासन ने इसके लिए भी मना कर दिया। इसके बाद बिल्डिंग को ध्वस्त करने के लिए प्राधिकरण ने टेंडर कराया और फिर मुबंई की एक कंपनी को इसे तोड़ने का टेंडर दिया गया ।

 वहीं, जब एलडीए की कार्रवाई शुरू हुई तो बिल्डर ने आनन-फानन में 36 फ्लैटों की रजिस्ट्री भी करा डाली और खरीदारों का कब्जा फ्लैटों पर करवा दिया। दरअसल जब छह महीने पहले बिल्डिंग को तोड़ा जा रहा था तो इन फ्लैटस में कोई भी नहीं रहता था। अब बिल्डिंग पर लोगों का कब्जा हो जाने के बाद से इसे तोड़ने में और भी ज्यादा परेशानी आ रही है। जिसके चलते प्राधिकरण का परिवर्तन दस्ता रविवार को बड़ी संख्या में पुलिस बल लेकर बिल्डिंग खाली कराने मौके पर पहुंचा तो लोग फ्लैट खाली करने को नहीं माने और उन्होंने कहा कि फ्लैटस तोड़ने की बजाए जुर्माना ले लिया जाए।

मुंबई की कंपनी यजदान बिल्डर का अपार्टमेंट तोड़ेगी। एलडीए ने कंपनी के साथ करार कर लिया है। कंपनी सोमवार को नई तकनीक से बिल्डिंग तोड़ेगी। वह सबसे पहले छठी मंजिल को ध्वस्त करेगी। इसके लिए वह पोकलैंड मशीन को छठी मंजिल पर ले जाएगी। वहां से छठी और पांचवी मंजिल को धीरे धीरे कर तोड़ेगी। इस मामले में जानकारी देते हुए एलडीए उपाध्यक्ष डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया की मुंबई की कंपनी के द्वारा यह बिल्डिंग तोड़ी जाएगी। इसकी छठी तथा पांचवी मंजिल को तोड़ने में 15 दिन का वक्त लगेगा।

बता दें कि इस अधूरी बिल्डिंग में ही यजदान ने छह लोगों का कब्जा करवा दिया ताकि किसी तरीके से बिल्डिंग को तोड़ने से रोका जा सके। वहीं, इस बिल्डिंग में फ्लैट खरीदने वाले 36 लोगों करोड़ों रुपए डूब गए है। दरअसल यजदान बिल्डर की अवैध बिल्डिंग बनवाने में 8 इंजीनियर तथा अफसर दोषी पाए गए है। जिनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ।
















 


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Content Editor

Harman Kaur

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