ब्राह्मण वोटों को लुभाने के लिए सपा ने चला दांव, परशुराम की 108 फुट ऊंची प्रतिमा करेगी स्थापित

punjabkesari.in Friday, Aug 07, 2020 - 05:08 PM (IST)

लखनऊः अयोध्या में भव्य राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद उत्तर प्रदेश समेत समूचे देश में उठी हिन्दुत्व की लहर को भांपते हुए यां यूं कहे ब्राह्मण वोटों को लुभाने के लिए मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया है। सपा के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक मिश्रा ने शुक्रवार को से बातचीत में कहा कि मूर्ति की स्थापना परशुराम चेतना पीठ नामक ट्रस्ट करायेगा जिसका संचालन वह और लम्भुआ के पूर्व विधायक संतोष पांडेय करते है। मूर्ति स्थापना से सपा का सीधा संबंध नहीं है लेकिन चूंकि वह पार्टी के पदाधिकारी है,इस नाते यह कहा जा सकता है कि सपा भगवान परशुराम की मूर्ति की स्थापना कर रही है।

उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर 2019 को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लोकभवन में 21 फिट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था, उसी दिन उनके संगठन ने प्रण किया था कि वे पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा से कम से कम पांच गुना ऊंची मूर्ति भगवान परशुराम की लखनऊ में स्थापना करेंगे और आज इसी सिलसिले में वे जयपुर आये थे जहां उन्होने देश के पांच अति प्रतिष्ठित और शिल्पकला में परांगत मूर्तिकारों से मुलाकात की और उन्हे अपनी भावना से अवगत कराते हुये प्रतिमा की डिजाइन और लागत देने को कहा है।

मिश्रा ने कहा कि संस्था प्रतिमा की स्थापना के साथ ही भगवान परशुराम के नाम पर शोध संस्थान और गुरूकुल की स्थापना करेगी। गुरूकुल में आर्थिक रूप से कमजोर समाज के मेधावी बच्चों को उनका लक्ष्य हासिल कराने में मदद की जायेगी। संस्था अधिकतम तीन साल तक उनकी पढ़ाई लिखाई और खानपान का खर्चा उठाने के साथ उनके लिये छात्रावास का भी निर्माण करायेगी।

उन्होंने कहा कि मूर्ति स्थापना के लिये संस्था ने दो तीन स्थानो पर जमीन देखी है। बात चल रही है और संभव हुआ तो जल्द ही शिलान्यास की सूचना दी जायेगी। प्रतिमा की स्थापना के भारी भरकम खर्च को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होने कहा कि निसंदेह यह एक बड़ी परियोजना है लेकिन उन्हे विश्वास है कि समाज की मदद से उनका यह पुनीत कार्य संभव हो सकेगा।

सपा नेता ने कहा कि लखनऊ में प्रतिमा स्थापना के बाद इसे अन्य शहरों में दोहराया जा सकता है। संस्था का विचार है कि इस्कान या अक्षरधाम की तरह भगवान परशुराम के मंदिर और संस्थायें देश भर में खुलें। उधर पार्टी सूत्रों के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद देश में उत्साह के माहौल को देखते हुये सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के ब्राह्मण नेताओं के साथ बैठक की और भगवान परशुराम की मूर्तियां लगवाने का फैसला लिया गया।

उन्होंने बताया कि भाजपा के हिन्दुत्व के एजेंडे पर चोट करने की कवायद के तहत पार्टी भगवान परशुराम की मूर्तिंयों के साथ प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायक मंगल पांडे की भी प्रतिमायें लगवाने पर विचार कर रही है। हालांकि इस दौरान एहतियात बरती जायेगी ताकि उसके इस कदम से परंपरागत यादव और मुस्लिम भ्रमित न हो सकें। 


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Tamanna Bhardwaj

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