शिक्षा मंत्री के भाई की नियुक्ति पर सपा ने उठाए सवाल कहा- आरक्षण का किया गया दुष्प्रयोग

punjabkesari.in Sunday, May 23, 2021 - 07:26 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता युवा सपा नेता मनोज सिंह काका ने योगी सरकार के शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा शिक्षा विभाग में  69 हजार और 12, 460 शिक्षक भर्ती में जमकर धांधली हुई है। उसके बाद भी प्रदेश सरकार ऐसे मंत्री को उनके पद से नहीं हटाया। उन्होंने कहा प्रदेश में शिक्षा विभाग में तमाम भर्तीया लटकी है परंतु प्रदेश के युवाओं को उनकी चिंता नहीं है उन्हे अपने भाई की चिंता है कि उन्हे कैसे पोफेसर बनाया जाय। मनोज सिंह ने कहा उनके भाई पहले से सरकारी सेवा में थे उसके बावजूद भी वो रिजर्वेशन का लाभ कैसे ले रहे है। यह तो आरक्षण का भी दुष्प्रयोग है। उन्होंने कहा उन्हे इस बात की चिंता है कि उन्हे कैसे अपने भाई को असिस्टेंट प्रोफ़ेसर बनान है। उन्होंने इस बात की चिंता है। इसके लिए के लिए सभी नियमों की अनदेखी की गई। उन्होंने कहा हमारी मांग है कि योगी सरकार  ऐसे मंत्री को तुरंत बर्खत करे। मंत्री के भाई को नौकरी से सस्पेंड किया जाए।

बता दें कि  बता दें कि सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी कपिलवस्तु में मनोविज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर पद पर शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चन्द्र द्विवेदी के भाई डॉ अरुण कुमार उर्फ़ अरुण द्विवेदी द्वारा नियुक्ति हुई है। डॉ नूतन ठाकुर ने राज्यपाल तथा यूनिवर्सिटी की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल सहित अन्य को भेजे अपनी शिकायत भेजी है। उन्होंने कहा कि डॉ अरुण कुमार शिक्षा मंत्री के भाई होने के साथ ही स्वयं भी बनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान में मनोविज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर थे। ऐसे में डॉ अरुण कुमार द्वारा ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट प्राप्त किया जाना प्रथमद्रष्टया जांच का विषय दिखता है। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ सुरेन्द्र दूबे ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि यदि ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट फर्जी होगा तो वे दंड के भागी होंगे। नूतन ठाकूर ने कहा  शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जो पूरे प्रकरण को अत्यधिक संदिग्ध बना देता है। अत: इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए।

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Ramkesh