कानपुर देहात कांड पर बोले सपा सचेतक मनोज पांडे- इस घटना ने मानव जगत को हिला कर रख दिया

punjabkesari.in Wednesday, Feb 15, 2023 - 02:18 PM (IST)

लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने कब्जेदार की झोपड़ी में संदिग्ध हालत suspicious condition में आग लग जाने से उसमें जलने के कारण मां-बेटी mother-daughter के मौत की दर्दनाक घटना पर सपा सचेतक मनोज पांडे ने आज लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉफ्रेंस कर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने अपने PC के दौरान योगी सरकार के बुलडोजर नीति को जनता का काल बताया। इस दौरान सपा सचेतक ने प्रदेश के ब्यूरोक्रेसी को आड़े हाथ लिया और कहा कि प्रदेश के अधिकारी मुख्यमंत्री के काबू में नहीं है। वह खुद को संविधान और जनता से ऊपर समझते है।      

कानपुर देहात की घटना ने मानव जगत को हिला कर रख दिया
सपा सचेतक ने कानपुर देहात में हुई घटना पर आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार और प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी पर जमकर हमला बोला, इस दौरान उन्होंने कहा कि परसों जो कानपुर देहात में घटना घटी है और उससे जो दृश्य सामने आए है। उसने सम्पूर्ण मानव जगत को हिलाकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि गरीब दीक्षित परिवार की गलती बस यहीं थी कि उन्होंने दुनियां के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश मे मनमाने ढंग से अपनी जमीन पर कच्चा मकान बनाया था और उनके मकान का कुछ हिस्सा ग्राम समाज के जमीन में आता है।  

अधिकारी बेलगाम है
प्रदेश में अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए पांडे ने कहा कि पूरे प्रदेश में अधिकारी मुख्यमंत्री के काबू में नहीं है। वह खुद को संविधान और जनता से ऊपर समझते है। इस कांड में भी यहीं हुआ, पीड़ित परिवार जिलाधिकारी से मिलने गया था मगर DM ने उनसे मुलाकात नहीं किया और उन्हें भगा दिया। पीड़ित परिवार ने कई बार अधिकारियों से मिलने का प्रयास किया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई है। अगर आप पीड़ित परिवार से की बातों को सुनो तो साफ समझ आएगा कि उनके कच्चे मकान में प्रदेश के निक्कमें अधिकारियों ने आग लगाया  और उस आग में गरीब परिवार धधग-धधग कर जला दिया गया।

बुलडोजर गरीबों के लिए काल
सपा सचेतक ने योगी सरकार के बुलडोजर नीति की आलोचना करते हुए कहा कि आजाद भारत में बुलडोजर गरीबों के लिए काल बन गया है। क्या कोई ये स्वीकार कर सकता है कि जहां दो लोगों की मौत हुई है वहां की DM इस घटना की जिम्मेदार नहीं है। राज्य सरकार में हमारी बहन प्रतिभा शुक्ला जो महिला कल्याण राज्य मंत्री है उन्होंने ये बयान दिया है कि हम शर्मिंदा है जो इस तरह की घटना हुई।

विपक्ष को परिवार से मिलने से रोक दिया गया
इस दौरान पांडे ने सरकार पर विपक्ष को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना के बाद जब सपा प्रमुख के निर्देश पर सपा का प्रतिनिधिमंडल परिवार से मिलने जा रहा था। उस वक्त रायबरेली और लखनऊ में जगह जगह पुलिस लगाकर हमें रोक लिया गया। जिसके विरोध में हमने हाईवे के किनारे 5:30 घंटे तक धरना दिया। क्या लोकतंत्र में हम किसी के दुःख में शामिल नहीं हो सकते हैं?

पुलिस हिरासत में लोग मारे जा रहे
मनोज पांडे ने कानपुर देहात के घटना के बहाने UP पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस हिरासत में आज बड़ी संख्या में बेगुनाह लोग मारे जा रहे है। जिस पुलिस को प्रदेश की आम जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं पुलिस आज लोगों को मार रही है। सबने देखा कि कैसे कन्नौज में पुलिस हिरासत में शाक्य परिवार की हत्या हुई। उसी तरह गाज़ियाबाद में ऑटो चालक को थाने में इतना मारा गया कि उसकी मौत हो गई। अच्छा होता कि मार पीट करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होता। कानपुर की घटना में केवल लेखपाल और बुलडोजर संचालक जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं। हम सरकार से अनुरोध करते है कि वह जब वह संवेदना देने जाए तो 5-5 करोड़ रुपए और दो सरकारी नौकरी के कागज साथ लेकर जाए। 

Content Editor

Prashant Tiwari