बहराइच: सैलानियों को लुभाने के लिए दुधवा-कतर्निया वन क्षेत्र में चलाई जाएगी विशेष ट्रेन, पारदर्शी छत होगा खास आकर्षण

punjabkesari.in Sunday, Sep 12, 2021 - 02:50 PM (IST)

बहराइच: दुधवा-कतर्निया वन क्षेत्र में सैलानियों के भ्रमण हेतु बड़े पारदर्शी शीशों और आरामदायक सीटों से युक्त आधुनिक वातानुकूलित ‘विस्टाडोम कोच' वाली पर्यटक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। विस्टाडोम कोच ऐसे डिब्बे हैं, जिनमें चौड़ी खिड़कियां हैं और छतें भी कांच की हैं। पारदर्शी छत इसका खास आकर्षण है, जिससे यात्री पूरे रास्ते प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। बहराइच से भाजपा सांसद अक्षयवर लाल गोंड ने  बताया कि हाल के दिनों में रेलवे ने योजनाबद्ध तरीके से अपनी सेवाओं का विकास किया है।

प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर लखीमपुर के दुधवा राष्ट्रीय उद्यान और बहराइच के कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य से होकर गुजरने वाली ब्रिटिश काल की छोटी लाइन के 171 किलोमीटर मैलानी- नानपारा रेल खंड को संरक्षित कर इसे ‘हेरिटेज टूरिज्म' के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां जनशताब्दी ट्रेनों जैसे बड़ी-बड़ी पारदर्शी खिड़कियों व आरामदायक सीटों से युक्त वातानुकूलित विस्टाडोम पर्यटन विशेष ट्रेनें चलाकर इन लाइनों का ‘हेरिटेज पर्यटन' के लिए इस्तेमाल होगा। इससे तराई के इस इलाके में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी और विकास होगा। विस्टाडोम कोच वाली इस पर्यटक विशेष ट्रेन का रेल अधिकारियों द्वारा दो दिन पूर्व सफल परीक्षण किया जा चुका है।"

सांसद ने बताया, "बहराइच से गोंडा रेलवे स्टेशन के बीच रेल लाइन का आमान परिवर्तन होने के बाद कोविड के कारण इस रेल खंड पर सिर्फ लोकल ट्रेनों का ही आवागमन था। मैंने रेल मंत्री से भगवान ब्रह्मा व महाराजा सुहेलदेव की नगरी बहराइच को भगवान भोलेनाथ की नगरी वाराणसी से जोड़ने का आग्रह किया था।" उन्होंने बताया कि पिछले माह रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मंत्रालय व पूर्वोत्तर रेलवे ने उन्हें जानकारी दी है कि इंटरसिटी एक्सप्रेस जो अब तक बनारस से गोंडा के बीच चलती थी वह अब बनारस से बहराइच तक संचालित होगी। इस इंटरसिटी एक्सप्रेस का दायरा बढाने के लिए गोंडा रेल यार्ड में कुछ तकनीकी परिवर्तन होने हैं जिन पर काम शुरू हो गया है। आगामी दिसम्बर माह के अंत तक इंटरसिटी एक्सप्रेस बहराइच तक आ जाएगी।

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Ramkesh