राज्य में बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण पाने में असफल रही योगी सरकार: अखिलेश

punjabkesari.in Sunday, Dec 31, 2017 - 08:43 AM (IST)

लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है और राज्य सरकार इस पर नियंत्रण पाने में असफल रही है। यादव ने अपने बयान में कहा कि सरकार के दावे के मुताबिक अपराधी न तो प्रदेश के बाहर गए हैं और न ही उन पर पुलिस का शिकंजा कसा जा सका है। उल्टे अपराधी पुलिस पर हमला कर रहे हैं। अपनी हताशा में विपक्ष की आवाज दबाने के लिए भाजपा सरकार यूपीकोका का नया शिगूफा उछाल रही है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा राज में कोई दिन ऐसा नहीं जाता है जब राजधानी सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में लूट, हत्या, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं न घटती हों। पुलिस तंत्र की निष्क्रियता का हाल यह है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन के हाथरस जिले में पैतृक गांव बहरदोई (सादाबाद) स्थित आवास में चोरी हो गई। पुलिस की गश्त, अपराधियों में भय जैसी कोई चीज दूर-दूर तक नहीं दिखाई दी।

यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के कानून व्यवस्था में सुधार के दावों की पोल खोलती कई घटनाएं भी हैं जो स्वयं भाजपा नेताओं और विधायकों के साथ घटी हैं। प्रतापगढ़ में भाजपा विधायक के घर में चोरी हो गई। मंदिर से कीमती मूर्तियां चोरी हो गईं। बुलन्दशहर में भाजपा नेता के घर चोरी हो गई। सोनभद्र में भाजपा विधायक की कार चोरी हो गई। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिर राज्य में किसकी सरकार है। इस सरकार में किसी की इज्जत या जान माल सुरक्षित नहीं है। महिलाओं के सम्मान एवं सुरक्षा पर खतरा है। प्रदेश में जब ऐसे बुरे हालात हों तो राज्य सरकार किस मुंह से ढ़ाई लाख करोड़ के निवेश का दावा कर सकती है।

यादव का कहना है कि कोई भी प्रतिष्ठित औद्योगिक घराना जहां असुरक्षा का महौल हो अपना उद्योग नहीं लगाएगा। यहां तो अपराधियों द्वारा रंगदारी मांगने की घटनाएं भी आम हैं। इन पर रोक लगाने में प्रशासन पूर्णतया विफल रहा है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की सरकार केन्द्र में हो या राज्य में अब तक जनहित का कोई काम नहीं कर सकी हैं। जनता उनके झूठे वादों से तंग आ चुकी है। मंहगाई, नोटबंदी और जीएसटी ने लोगों की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि जनता अब बस 2019 के लोकसभा चुनाव का प्रतीक्षा कर रही है। जब वह अपने उत्पीड़न का हिसाब किताब करेगी।