पूर्वजों को सम्मान देने के लिए राम मंदिर का समर्थन करें मुसलमान: रामदेव

punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2019 - 09:33 AM (IST)

प्रयागराजः अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर योगगुरू बाबा रामदेव ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे (हिंदू-मुस्लिम) मजहब अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारे पूर्वज नहीं। पूर्वज हमारे राम, कृष्ण, शिव हैं और मजहब से ऊपर पूर्वज होते हैं। अपने पूर्वजों को सम्मान देने के लिए सभी मुसलमानों को खड़ा होकर राम मंदिर का समर्थन करना चाहिए।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के बाघंबरी मठ पधारे बाबा रामदेव ने कहा कि हिंदुस्तान में जो मुसलमान हैं, उनके मजहब अलग हैं लेकिन इनके और हमारे पूर्वज एक ही हैं। इनका डीएनए कहीं बाहर का नहीं है। ये मक्का मदीना, ईरान या मिस्र से नहीं आए हैं। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मामले की सुनवाई तेज किए जाने से क्या फैसला जल्दी आ जाएगा। इस पर बाबा रामदेव ने कहा कि सरदार पटेल के बाद देश में राजनीतिक इच्छा शक्ति और साहस पहली बार देखने को मिला है, जब अमित शाह और मोदी की जोड़ी ने धारा 370 को समाप्त करने का विधेयक दोनों सदनों से पारित कराया।

उन्होंने कहा कि राम जो हमारी आस्था, अस्मिता, इतिहास और वर्तमान हैं, हमारे पूर्वज हैं.. उनका मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या पाकिस्तान या मक्का मदीना में बनेगा। यह जमीन का मुद्दा नहीं हैं, बल्कि जमीर का मुद्दा है। अगर कोर्ट से निर्णय आने में देर होती है तो यह दुर्भाग्य होगा। मध्यस्थता से यह मामला सुलझना होता तो कब का सुलझ जाता। यह मामला कोर्ट से ही सुलझेगा। संसद यदि इस कार्य में पहल नहीं करेगी और अगर देश के लोगों को खड़े होकर मंदिर बनाना पड़े तो यह देश के लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्य होगा।
 

Deepika Rajput