किशोरी की आंख से निकल रहे हैं पत्थर, हैरत में लोग... डॉक्टरों ने बताया पागल

punjabkesari.in Friday, Sep 24, 2021 - 02:01 PM (IST)

कन्नौज: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कन्नौज (Kannauj) में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक लड़की की आंख से पत्थर गिरने लगे। जिसने देखा वो देखता ही रह गया। इसका वीडियो (video) सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक 15 वर्षीय किशोरी की बायीं आंख से आंसू के साथ पत्थर के टुकड़े निकल रहे हैं। बताया जा रहा परिजन कई डॉक्टरों को दिखा चुके हैं, उसकी बीमारी का पता नहीं चल सका है। डॉक्टरों का कहना है कि मेडिकल साइंस (medical science) में यह संभव नहीं है। सीतापुर (Sitapur) में एक डॉक्टर ने तो किशोरी को पागल तक घोषित कर दिया और पागलपन की दवाई तक दे दी थी। 

17 जुलाई से आंख से निकल रहे पत्थर 
मामला गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के गढ़िया बलिदासपुर गांव (Gadiya Balidaspur Village) ​का है, यहां के निवासी मुस्ताक दिल्ली में कपड़ा सिलाई कंपनी में हेल्पर का काम करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके 6 बच्चे और पत्नी रुखसाना गांव में ही रहती हैं। उनकी चौथे नंबर की 15 वर्षीय बेटी चांदनी ने 17 जुलाई को आंख से पत्थर निकलने का दावा किया। जिसके बाद परिजन चांदनी की बात सुनकर डर गए। जब लोगों के सामने किशोरी की बाई आंख से पत्थर निकला तो सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए।

प्रतिदिन 10 से 15 पत्थर निकलने का दावा कर रहे हैं परिजन 
परिजनों के मुताबिक 17 जुलाई से किशोरी की आंखों से पत्थर निकलने का सिलसिला शुरू हुआ, जिसके बाद से यह लगातार जारी है। किशोरी के परिजन प्रतिदिन 10 से 15 पत्थर निकलने का दावा कर रहे हैं। परिजनों ने बरेली, सीतापुर, कानपुर समेत अन्य जगह पर किशोरी की आंखों का इलाज कराया, लेकिन आंख से पत्थर निकालने के कारणों का पता नहीं चल सका। परिजनों के मुताबिक अब तक करीब 70 से ज्यादा पत्थर किशोरी की आंख से निकल चुके हैं। पत्थर निकलने के दौरान चांदनी की आंख लाल हो जाती है और आंसू निकलने लगते हैं। किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। 

सुबह 6 बजे से शुरू हो जाता है पत्थर निकलने का सिलसिला- पीड़ित किशोरी 
किशोरी ने बताया कि आंख से पत्थर निकलने का सिलसिला सुबह 6 बजे से शुरू हो जाता है और शाम तक चलता है. पत्थर धीरे-धीरे करके आंख से निकलते रहते हैं, लेकिन रात को आंख से पत्थर नहीं निकलते। परिजनों की माली हालत ठीक न होने की वजह से वह किशोरी का किसी अच्छे डॉक्टर के पास इलाज नहीं करा पा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक चांदनी कक्षा 8 में पढ़ती थी लेकिन इस समस्या के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी। 

कोई उससे इस तरह की हरकत करवा रहा है- जिला अस्पताल में तैनात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर 
जिला अस्पताल में तैनात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अवधेश कुमार ने इस तरह की घटना को पूरी तरह से नकार दिया है। उनका कहना है कि मेडिकल साइंस में इस प्रकार का मामला संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि या तो लड़की आंख में पत्थर प्लांट कर रही है या फिर कोई उससे इस तरह की हरकत करवा रहा है।

आंख से पत्थर निकलना संभव नहीं है- दुर्गा नेत्र चिकित्सालय डॉक्टर
दुर्गा नेत्र चिकित्सालय के डॉयरेक्टर डॉक्टर नीरज गुप्ता ने बताया कि आंख से पत्थर निकलना संभव नहीं है। अधिक मर्ज बढ़ जाने पर आंख से छोटे-छोटे कीड़े और ठोस मवाद के निकलने की संभावना होती है। वह भी पत्थर का रूप नहीं लेते हैं। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj