ऐसे फैलता है जानलेवा दिमागी बुखार, बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए करें ये महत्वपूर्ण काम

punjabkesari.in Friday, Feb 12, 2021 - 05:11 PM (IST)

लखनऊः  उत्तर प्रदेश में बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए एक से 31 मार्च तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलेगा। राज्य के चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आज कहा कि चिकित्सा विभाग द्वारा जन स्वास्थ्य के लिए चलाये जाने वाले सभी वृहद अभियानों, कार्यक्रमों में अंतर्विभागीय सहयोग आवश्यक है। अंतर्विभागीय सहयोग से गत वर्षों में हम जहां प्रदेश को एक्यूट एनसीफ्लाइटिस सिंड्रोम, जापानी एनसीफ्लाइटिस, और दिमागी बुखार के प्रकोप से बचाने में सफलता प्राप्त कर रहे हैं, वहीं कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी को मात देने में भी सफल हो रहे हैं।      

दिमागी बुखार को फैलाने के कारक होते मूषक प्रजाति के जीव
बैठक में यह जानकारी दी गयी कि मूषक प्रजाति के जीव जैसे चूहा, छछूदर, गिलहरी आदि दिमागी बुखार को फैलाने के कारक होते हैं। इनके शरीर में चिकर्स चिपके रहते हैं। ये चिकर्स इनके शरीरों से झाड़ियों में भी चिपक जाते हैं। जो कि वहां खेल रहे बच्चों अथवा शौच आदि के लिए गये व्यस्कों को काट लेते हैं, जिससे दिमागी बुखार फैलता है। इसलिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में मूषक प्रजाति के जीवों पर नियंत्रण और झाड़ियों के कटान, नालियों की सफाई एक अहम हिस्सा है।

1 से 31 मार्च तक चलेगा संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान
उन्होंने वर्ष 2021 के प्रथम चरण के एक से 31 मार्च तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के सफल संचालन के लिए एक अंतर्विभागीय बैठक में उन्होंने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत ही टी0बी0 नियंत्रण अभियान को भी चलाया जाये। सभी विभाग अपनी कार्ययोजनाओं में कोविड-19 की गाइडलाइन का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जन जागरूकता के कार्यक्रमों में बच्चों की प्रभातफेरी न निकाली जाय। उन्होंने कहा कि स्कूल खोले जाने की अनुमति के द्दष्टिगत स्कूली बच्चों के बीच पेंटिंग, निबंध, पोस्टर, कविता, वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित कर जागरूकता का प्रसार किया जाये।

घर-घर दें रोग की जानकारी
उन्होंने बच्चों की निबंध प्रतियोगिता में शिक्षित अभिभावकों की भागीदारी भी कराकर जेई, एईएस, दिमागी बुखार के कारण और बचाव पर घर-घर जानकारी बढ़ाने को कहा। अपर मुख्य सचिव ने कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रमों के दौरान इन बीमारियों से बचाव के लिए प्रयोग किये गये ऑडियो और वीडियो को भी उपयोग में लाने को कहा। अपर मुख्य सचिव ने बैठक में निर्देश दिया कि जो आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री दस्तक अभियान में घर-घर जाकर दिमागी बुखार के प्रति जागरूकता करेंगी वे उन घरों में नवजातों के जन्म प्रमाण पत्र और मृतकों के मृत्यु प्रमाण पत्र की जानकारी भी करें।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने निर्देश दिया कि स्कूली बच्चों और गांवों में बच्चों को पूरी आस्तीन की शर्ट और फुल पैंट तथा मोजे पहनकर बाहर निकलने के लिए जागरूक किया जाये तथा खुले में शौच न जाने के लिए भी अभियान चलाया जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि ओडीएफ गांव और मलिन बस्ती में रह रहे लोग शौचालयों का प्रयोग अवश्य करें। बैठक में विभागवार अभियान के तहत सहयोग पर भी चर्चा की गई। जिसमें शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, हैण्डपम्पों की मरम्मत, झाड़ियों की कटाई, नालियों की सफाई, सूकर बाड़ों को आबादी क्षेत्र से बाहर करवाने, मच्छर पैदा करने वाली जगहों की साफ-सफाई करवाने, कीटनाशकों का छिड़काव करवाने पर विभागों द्वारा अपनी कार्य प्रणाली से अवगत कराया गया।

 

Content Writer

Moulshree Tripathi