सुन्नी मुसलमानों ने किया कोरोना वैक्सीन का विरोध, कहा- इस्लाम में हराम है सुअर की चर्बी का इस्तेमाल
punjabkesari.in Friday, Dec 25, 2020 - 06:29 PM (IST)
बरेली: सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े केंद्र दरगाह आला हज़रत से जुड़े मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने कोरोना वैक्सीन में जानवर (सुअर) की चर्बी जिलेटिन के इस्तेमाल पर उसके इस्तेमाल को नाजायज और हराम बताया है। उन्होंने कहा कि ये इस्लाम के नजरिये से हराम है गैर वाजिब है।
बता दें कि बरेली सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े केंद्र दरगाह आला हज़रत से जुड़े मौलाना शहाबुद्दीन ने कोरोना वैक्सीन में जानवर (सुअर ) की चर्बी इस्तेमाल करने की बात सामने आने पर कहा कि अभी ये पूरी तरह साबित नही हुआ है, लेकिन अभी इसमें कोई रिसर्च रिपोर्ट नही आई है, अगर डॉ इस बात की तस्दीक करते है कि इसमें जानवर की चर्बी मिलाई गई है, अगर वाकई में इसमें जानवर की चर्वी या ऐसे किसी भी चीज की मिलावट की है तो ये इस्लाम के नजरिये से हराम है गैर वाजिब है।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी चीजों का इस्तेमाल नाजायज और इनका इस्तेमाल नही किया जा सकता, परन्तु उन्होंने कहा है कि अभी इस पर हमारे स्कॉलर्स द्वारा रिसर्च होना अभी बाकी है और तीन दवाई कंपनीओं ने साफ किया है की वो इसका इस्तेमाल नही कर रही हैं बाकी कॉमनीज़ कुछ मात्रा में इस्तेमाल कर रही है अगर साबित हो जाता है तो वाकई इसका इस्तेमाल नजायज और हराम होगा।