कोरोना से निपटने के लिए अंधविश्वास का सहारा, महिलाओं ने डीह-काली को चढ़ाई धार

punjabkesari.in Tuesday, May 04, 2021 - 11:59 AM (IST)

आज़मगढ़: एक तरफ पूरा देश जहां कोरोना महामारी से जूझ रहा है और लोगों के मौतों का भी सिलसिला जारी है तो वही आजमगढ़ जिले में इस महामारी से निपटने के लिए सैकड़ों महिलाओं ने डीह और काली की पूजा की। जिससे यह साफ हो गया कि आज भी अंधविश्वास लोगों पर भारी है।

जानकारी के मुताबिक पूरा मामला आजमगढ़ जिले की अतरौलिया थाना क्षेत्र के भरसानी गांव का है जहां सुबह लगभग सैकड़ों की संख्या में महिलाएं इकट्ठा होकर धार और कपूर के साथ डीह, काली की पूजा अर्चना की। कारोना काल में हो रही मौतों के कारण ग्रामीण महिलाओं ने आस्था और अंधविश्वास के साथ गांव के सिवान में इकट्ठा होकर डीह और काली माँ के स्थान पर धार चढ़ाई। ग्रामीण महिलाओं का मानना है कि ऐसा करने के बाद कोरोना से अब कोई मौत नहीं होगी तथा घर के बच्चे बुजुर्ग तथा क्षेत्र के सभी लोग सुरक्षित और खुशहाल रहेंगे। तेजी से हो रही मौत के कारण महिलाओं में काफी चिंता व्याप्त है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो यह बीमारी सभी लोगों को धीरे धीरे अपनी गिरफ्त में ले लेगी और लोग मर जाएंगे। सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुई महिलाओं में इस कोरोना पूजा को लेकर काफी उत्साह रहा लेकिन क्षेत्र के लोग इस आस्था को अंधविश्वास मानते है।अतरौलिया क्षेत्र का यह पहला मामला है जहां इतनी भारी संख्या में महिलाएं ईकट्ठा होकर डीह और काली को कोरोना से बचने के लिए धार चढ़ा रही हैं। इस पूजा में कई गांव की सभी महिलाएं शामिल रही। पूरे क्षेत्र के लोगों में यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है।
 

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Ramkesh