दिव्यानंद आश्रम की मुख्य सेवादार की संदिग्ध मौत, जांच में जुटी पुलिस

punjabkesari.in Monday, Sep 04, 2017 - 12:44 PM (IST)

हरदोईः उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में संत कृपाल नगर आश्रम में दिव्यानन्द संस्था की  मुख्य सेवादार दयारानी अग्रवाल का संदिग्ध परिस्थितियों में शव उनके कमरे में पड़ा मिला है। बिस्तर और फर्श पर खून के निशान मिलने से मामला और संदिग्ध हो गया है। आश्रम के लोग और परिजन गुपचुप तरीक़े से शव लेकर लखनऊ चले गए मामला आश्रम से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने लखनऊ से शव वापस मंगाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

जानकारी के मुताबिक 64 साल की दयारानी स्वामी दिव्यानंद की मौत के बाद इस पूरे आश्रम का काम सभांल रही थी। आश्रम के कामकाज को लेकर पहले कई बार विवाद भी हुआ है। आश्रम में उनके कमरे के फर्श पर खून के निशान और बिस्तर पर सर के पास काफी खून पड़े होने के निशान भी मिले है।

आश्रम के लोगों के मुताबिक़ सुबह जब काफी देर तक उनके कमरे का दरवाजा नहीं खुला और उनका फोन भी बंद मिला तब सीढ़ी से छत पर चढ़कर ज़ीने के दरवाज़ा खोलकर लोग ऊपर चढ़े और कमरे में जाकर देखा तो शव बिस्तर पर पड़ा था। आश्रम की मुख्य संचालिका की मौत के बाद हड़कंप मच गया लेकिन आश्रम के  पुलिस को सूचना देने की बजाय दयारानी के परिवार के लोगो को सूचना दी जिसके बाद उनके भाई बिशब संडीला आश्रम पहुंच गए और बिना किसी को सूचना दिए बिशब आश्रम के कुछ सेवादारों के साथ अंतिम संस्कार के लिए गुपचुप तरीक़े से शव लेकर लखनऊ चले गए।

सूचना पर पुलिस तुरंत आश्रम पहुंच गयी तो लोगो ने बीमारी की बात बताई लेकिन मामला काफी बड़े हाई प्रोफाइल आश्रम से जुड़ा होने और मौत की वजह साफ़ ना होने के बाद पुलिस ने शव को लखनऊ से वापस मंगाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पुलिस मामले की तफ्तीश करने का दावा कर रही है।

आश्रम के संत स्वामी दिव्यानंद का कुछ साल पहले निधन हो गया है जिसके बाद दयारानी ही आश्रम का काम काज देख रही थी।स्वामी दिव्यानंद के भारत सहित विदेशो में भी आश्रम बताए है।