स्वामी मौर्य ने AMU विवाद को लेकर फोड़ा मीडिया के सिर पर ठीकरा, जिन्ना को बताया आज़ादी का नायक

punjabkesari.in Monday, May 14, 2018 - 02:36 PM (IST)

अम्बेडकर नगर(कार्तिकेय द्विवेदी): अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की लगी तस्वीर से मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। वहीं दूसरी और भाजपा के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की इस मामले पर की गई पहली टिप्पणी से छिड़ा विवाद भी अभी पूरी तरह शांत नहीं हुआ था कि एक बार फिर स्वामी प्रसाद ने एक बयान देकर इस विवाद को हवा दे दी है।

उन्होंने इस बार जिन्ना को स्वतंत्रता आन्दोलन में गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरु और सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान को समान बताकर विवाद को नई हवा दे दी है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने पिछले बयानों पर सफाई देते हुए इस विवाद का ठीकरा मीडिया पर फोड़ते हुए कहा कि मीडिया ने अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए औऱ अपनी खबर को चटकारेदार बनाने के लिए उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है।

जानकारी के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अम्बेडकर नगर पहुंचे। यहां उन्होंने जिन्ना पर दिए गए अपने पूर्व के बयान पर कहा कि उन्होंने जिन्ना को कभी भी देश का महापुरुष नहीं बताया है, लेकिन यहां एक बार फिर उन्होंने जिन्ना की तुलना पंडित जवाहर लाल नेहरु और सरदार पटेल से कर दी है। 

उन्होंने कहा कि आज़ादी से पहले जिस तरह से गांधी जी, नेहरु जी और सरदार पटेल स्वतंत्रता सेनानी थे, उसी तरह से जिन्ना भी थे। देश बंटवारे के समय विभाजन के मसौदे पर जहां जिन्ना के हस्ताक्षर हैं, वही नेहरु और सरदार पटेल के भी हैं। मौर्य ने कहा कि उन्होंने जिन्ना को कभी महापुरुष नहीं कहा, उन्होंने सिर्फ इतना कहा था कि देश के विभाजन से पहले जिन्ना की जो तस्वीर लगी है, उसे हटाने का कोई औचित्य नहीं है।

Ruby