स्वामी प्रसाद मौर्य के भतीजे ने छोड़ी BJP, सैकड़ों समर्थकों समेत थामा सपा का दामन

punjabkesari.in Saturday, Feb 17, 2018 - 03:21 PM (IST)

लखनऊः विभिन्न दलों के नेताओं का अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का हाथ थामने का सिलसिला जारी है। अब तक कई बड़े राजनीतिक नाम अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी को ज्वाइन कर चुके हैं। इसी क्रम में शनिवार यूपी की राजनीति के बड़े नाम व मौजूदा सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के भतीजे प्रमोद मौर्या ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी का हाथ थाम लिया है। 

प्रमोद मौर्या ने लगाए स्वामी प्रसाद मौर्य पर आरोप 
इस मौके पर सपा के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर एक प्रेस कांफ्रेस का आयोजन किया। साथ ही सपा पार्टी का हाथ थामने  वाले लोगों के बारे में मीडिया को बताया। वहीं बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हुए प्रमोद मौर्या ने बीजेपी का साथ क्यों छोड़ने के सवाल पर बताया कि भारती जनता पार्टी ने पिछड़े समाज खासतौर से मौर्या समाज को बहुत बड़ा धोखा दिया है। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो मौर्या समाज के बड़े नेता है, लेकिन प्रदेश सरकार में मंत्री बनने के बाद वो अपने समाज को भूल गए हैं। इसीलिए आज अपने समाज के कुछ नेताओं के साथ मैंने सपा की सदस्यता ग्रहण की है। साथ ही आने वाले लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशियों को जिताने का प्रयास करूंगा। 

योगी सरकार पर अखिलेश ने साधा निशाना 
दूसरी ओर प्रेस कांफ्रेस में अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। बड़ा बजट लाने से कुछ नहीं होता उसका पैसा सही क्षेत्रों में लगे तभी प्रदेश का विकास होगा। इन्वेस्टर्स समिट पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार द्वारा बनाए गए आगरा एक्सप्रेस वे की फोटो को वो अपने बैनर में इस्तेमाल कर रहे हैं और आरोप लगाते हैं कि सपा सरकार ने विकास का कोई काम नहीं किया। जिनकी सरकार 4 साल से केंद्र में है वो देश में अच्छा इन्वेस्टमेंट न ला पाए तो योगी सरकार क्या इन्वेस्टमेंट लाएगी। सरकार पिछले 10 दिन से इन्वेस्टर मीट आयोजन स्थल से लेकर एयरपोर्ट तक व उसके आस पास के इलाको में ठेला इत्यादि लगाने वालो को हटा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि बीजेपी सरकार गरीब व छोटे व्यापारियों की विरोधी सरकार है।