Lok Sabha elections 2019ः डालिए एक नजर आंवला लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Monday, Apr 22, 2019 - 07:03 PM (IST)

आंवला लोकसभा सीट बरेली जिले का ही हिस्सा है। इस सीट पर मुस्लिम वोटरों का खासा प्रभाव है, हालांकि मुस्लिम वोटरों की संख्या 35 फीसदी और हिंदू वोटरों की संख्या 65 फीसदी है...फिर भी मुस्लिम वोटर ही निर्णायक साबित होते है। इस सीट का पर पहली बार चुनाव 1962 में हुआ था, लेकिन सबको चौंकाते हुए हिंदू महासभा ने इस सीट पर जीत दर्ज कि लेकिन 1967 और 1971 के चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर को अपने पाले में किया। वहीं 1977 में सत्ता विरोधी लहर में चौधरी चरण सिंह की पार्टी भारतीय लोकदल ने इस सीट पर कब्जा जमाया, लेकिन 1980 में जनता पार्टी ने इस सीट को लोकदल से छीन लिया।

1984 में राजीव लहर के दौरान इस सीट पर कांग्रेस आखिरी बार जीती। उसके बाद यह सीट 1989 और 1991 में बीजेपी के पास। 1996 में समाजवादी पार्टी के पास रही। 2 साल बाद 1998 में हुए चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर से इस पर जीत दर्ज कि लेकिन 1 साल बाद 1999 में हुए चुनाव में सपा ने ये सीट फिर से बीजेपी से छीन ली। 2004 में हुए चुनाव में जनता दल यू के प्रत्याशी सर्वराज सिंह ने यहां से जीत दर्ज कि 2009 और 2014 के चुनाव में यह सीट बीजेपी के पास रही। 2004 में मेनका गांधी ने यहां से चुनाव जीता और 2014 की लड़ाई में धर्मेंद्र कुमार कश्यप यहां से सांसद बने। पिछले दो चुनाव में बीजेपी का इस सीट पर कब्जा है, 2009 का चुनाव मेनका गांधी ने यहां से बड़े अंतर से जीता और 2014 में इस सीट पर बीजेपी को मोदी लहर का फायदा मिला और धर्मेंद्र कुमार कश्यप एकतरफा लड़ाई में जीते।

आंवला के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें

आंवला लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं। जिनमें शेखपुर, दातागंज बदायूं जिले में पड़ती हैं और फरीदपुर, बिथरीचैनपुर और आंवला विधानसभा सीटें बरेली जिले में आती हैं।


2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से यहां सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। सपा, बसपा समेत दूसरे क्षेत्रीय दलों का यहां से सूपड़ा साफ हो गया था।

जानिए आंवला से कितने मतदाता करेंगे मत का प्रयोग

बात करें मतदाताओं कि तो इस आंवला सीट पर कुल 17 लाख 70 हज़ार 446 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 68 हज़ार 996 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 8 लाख 1 हज़ार 342 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 108 है।

एक नजर 2014 के लोकसभा चुनाव पर

आंवला लोकसभा सीट पर 2014 में हुए चुनाव पर नज़र डालें तो इस सीट पर मोदी लहर में बीजेपी ने परचम लहराया था। बीजेपी प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप ने इस सीट से बड़ी जीत दर्ज की थी...धर्मेंद ने सपा के कुंवर सर्वराज सिंह को हराया था। धर्मेंद्र कश्यप को कुल 4 लाख 9 हज़ार 907 वोट मिले थे। जबकि सपा के कुंवर सर्वराज सिंह को कुल 2 लाख 71 हज़ार 478 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा की सुनीता शाक्य थी..सुनीता को कुल 1 लाख 90 हज़ार 200 वोट मिले थे।

एक नजर 2009 के लोकसभा चुनाव पर


2009 में आंवल सीट पर मेनका गांधी ने जीत हासिल की। मेनका ने सपा के धर्मेंद्र कुमार को हराया था। मेनका गांधी को कुल 2 लाख 16 हज़ार 503 वोट मिले थे। वहीं सपा के धर्मेंद्र कुमार को 2 लाख 8 हज़ार 822 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बसपा के कुंवर सर्वराज सिंह रहे। कुंवर सर्वराज सिंह को 1 लाख 74 हज़ार 353 वोट मिले थे।

एक नजर 2004 के लोकसभा चुनाव पर


2004 लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कुंवर सर्वराज सिंह ने जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सर्वराज सिंह ने सपा के राजवीर सिंह को हराया था। सर्वराज सिंह को कुल 1 लाख 53 हज़ार 322 वोट मिले थे। जबकि सपा के राजवीर सिंह को 1 लाख 46 हज़ार 451 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा के सुधीर कुमार मौर्य थे...सुधीर को कुल 1 लाख 42 हज़ार 198 वोट मिले थे।




 

Tamanna Bhardwaj