प्राइवेट शिक्षकों के सामने रोजी-रोटी का संकट, स्कूल प्रबंधन ने वेतन देने से किया इनकार
punjabkesari.in Thursday, Jun 11, 2020 - 12:51 PM (IST)
बागपत: कोरोना वायरस महामारी से देश मे ढाई महीने से भी अधिक वक्त से लॉकडाउन है। ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन होने से सबसे अधिक असर बच्चो की शिक्षा पर पड़ रहा है क्योंकि शिक्षणसंस्थाए भी पूरी तरह से बन्द है। कुछ स्कूल बच्चों को ऑनलाइन व्हाट्सएप के जरिये पढ़ाई करा रहे है। तो वही इस दौरान कुछ स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के सामने भी दिक्कतें आ खड़ी हुई है क्योंकि स्कूल प्रबंधन उनका वेतन नही दे रहा है। ऐसे में उनके समरने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। ऐसा ही एक मामला बागपत जिले के कस्बा बडौत से सामने आया है जहां वेतन नही मिलने से परेशान शिक्षकों ने स्कूल के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्राइवेट स्कूलों से उनकी समस्याओं का समाधन कराने की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक मामला बागपत जिले के कस्बा बडौत का है। जहां बडौत कस्बे के दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर स्तिथ जेपी पब्लिक स्कूल के बाहर उसी स्कूल के दर्जनों शिक्षकों ने आज शोसल डिस्टेंसिंग में रहकर मास्क लगाकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया है। प्राइवेट शिक्षकों ने झोली फैलाकर अपने वेतन की मांग करते हुए देशके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि वे प्राइवेट स्कूलों द्वारा रोकी जा रही सेलरी दिलवाने में मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा इस तरह के स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। शिक्षकों का कहना है जब से देश मे लॉक डाउन हुआ है उससे भी पहले से प्रबंधन ने उनकी सेलरी रोक रखी है और मांग करने पर चंद रुपये ही देकर टरका दिया जाता है। जबकि देशकी सरकार ने सभी कम्पनी, संस्थानों में कामकरने वाले कर्मचारियों का वेतन नहीं रोकने की बात कही थी।
स्कूल प्रबंधन ने शिक्षकों के आरोपो को निराधार बताया है और कहा है जब से देश मे लॉक डाउन हुआ है तब से स्कूल बंद पड़े है और उन्हें भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भी अगर शिक्षको को रुपयों की आवश्यकता पड़ती है तो उन्हें दिए जा रहे है। सभी कर्मचारियों को कहा भी गया है कि जल्द ही उनका पूरा वेतन दे दिया जाएगा ।