श्रीराम मंदिर के 12 दरवाजों के लिए महाराष्ट्र से आ रहीं सागौन की लकड़ियां

punjabkesari.in Wednesday, Mar 29, 2023 - 10:00 PM (IST)

अयोध्या: अयोध्या के राम मंदिर में लगने वाले दरवाजों के लिए लकड़ियों की खोज पूरी हो गई है। मंदिर के सभी दरवाजे सागौन की लकड़ियों से बनेंगे। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर के सागौन को इसके लिए सबसे उपयुक्त पाया गया है। अब उन लकड़ियों को सुरक्षा के बीच अयोध्या लाया जा रहा है। राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है। गर्भगृह सहित मंदिर को को तैयार किए जाने का कार्य लगभग 80% पूरा कर लिया गया है। जल्द ही मंदिर के छत डालने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।



गर्भगृह सहित लगभग 12 दरवाजे बनाए जा रहे
वहीं मंदिर में गर्भगृह सहित लगभग 12 दरवाजे बनाए जा रहे हैं। इन दरवाजों में महाराष्ट्र की सागौन लकड़ियों का उपयोग किया जाना है। इसके लिए अब इन लकड़ियों को महाराष्ट्र से अयोध्या लाया जा रहा है। ट्रक के माध्यम से लकड़ियों की बड़ी खेप विधि- विधान पूर्वक पूजन अर्चन के बाद रवाना की गई है। माना जा रहा है कि रामनवमी के बाद यह लकड़ियां अयोध्या पहुंच जाएंगी।

महाराष्ट्र से लकड़ियों की खेप विधि-विधान से निकली
महाराष्ट्र से लकड़ियों की खेप को विधि-विधान पूर्वक गाजे-बाजे के साथ निकाला गया। इसका एक वीडियो श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा जारी किया गया है। इस वीडियो को देखे जाने के बाद अब राम भक्तों में उत्साह बढ़ गया है। अयोध्या पहुंचते ही लकड़ियों का स्वागत भी किया जाएगा।

जन्मभूमि परिसर में पहुंचते ही भक्तों को सुनाई देगी राम धुन
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पहुंचते ही भक्तों को भगवान राम की धुन सुनाई देगी। कड़ी सुरक्षा की निगरानी में ही रामलला का भव्य दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे। उसके साथ परिसर में अन्य मंदिरों की जानकारी के लिए साइन शिलाओं को भी लगाया जाएगा। कुछ ऐसी ही योजनाओं को लेकर सोमवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति की पहले दिन की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने की। ट्रस्ट राम जन्मभूमि परिसर को साउंड प्रूफ बनाए जाने की योजना तैयार कर रहा है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि सोमवार को लगभग 9 बजे मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियरों के साथ परिसर में चल रहे 15 अलग-अलग कार्यों का निरीक्षण किया। भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के साथ परकोटे व यात्री सुविधा केंद्र का निर्माण, बिजली आपूर्ति के लिए बनाए जा रहे सब स्टेशन सहित अन्य कार्यों पर संतुष्ट दिखे। लगभग 1 बजे तक चले निरीक्षण के बाद एलएंडटी कार्यालय में कार्यों पर मंथन शुरू हुआ तो सबसे पहले ध्वनि प्रसारण योजना पर विचार हुआ। परिसर की सुरक्षा में सीसीटीवी. कैमरे कहां-कहां लगाए जाएंगे किन-किन स्थानों पर कैमरे लगाए जाने आवश्यक है।



कर्नाटक से एक और शिला पहुंची
रामलला की मूर्ति के लिए पत्थरों का चयन जल्द ही पूरा हो जाएगा। सोमवार को एक बार फिर कर्नाटक की एक और श्याम शिला अयोध्या पहुंची है, जिसे रामसेवक पुरम में सुरक्षित रखा गया है जल्द ही पत्थरों के चयन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा और जानकीपुरम में ही रामलला की मूर्ति बनाए जाने का कार्य भी प्रारंभ होगा।

Content Writer

Ajay kumar