हनुमानजी की मूर्ति से निकले आंसू, दर्शनों के लिए लगा भक्तों का जमावड़ा

punjabkesari.in Sunday, Mar 05, 2017 - 12:13 PM (IST)

इलाहाबादः इसे अंध विश्वास कहें या कोई तमत्कार अथवां अफवाह। इलाहाबाद के बादशाही मंडी स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के पुजारी राज भवन पांडेय ने जैसे ही मंदिर का कपाट खोला तो देखा कि हनुमानजी की मूर्ति में बनी आंख से पानी बह रहा था। यह देखते ही वह शोर मचाते हुए कहने लगे कि चमत्कार हो गया, पवनसुत की आंखों से आंसू निकल रहे हैं। उसकी बात सुनते ही मंदिर में लोगों की कतार लगते देर नहीं लगी। वहां पहुंचे लोगों में जितने मुंह उतनी तरह की बातें होती रही।

35 वर्ष पुराना है मंदिर
बादशाही मंडी पुलिस चौकी के समीप स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर 35 वर्ष पुराना है। पुजारी राज भवन पांडेय ने रोज की तरह जब सुबह 7 बजे पूजा करने पहुंचे, तो उन्हें मूर्ति पर पानी की कुछ बूंदें दिखाई दीं। पुजारी ने दावा कि करीब से देखने पर ऐसा अहसास हुआ मानों हनुमान जी की मूर्ति से आंसू निकल रहे हों। यह खबर बात वायरल हुई तो लोकनाथ चौराहे से लेकर शाहगंज तक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। इसे कोई अफवाह तो कुछ ऐसे भी थे जो चमत्कार अथवां प्राकृतिक आपदा आने का संकेत कहने से खुद को नहीं रोक सके।

सेल्फी लेने व दर्शन की लगी होढ़
हनुमानजी के आंखों से आंसू की खबर सुनते ही मंदिर में लोगों का तांता लग गया। बड़े बुजुर्गो से लेकर महिलाओं और युवाओं ने हनुमानजी को फूलमाला चढ़ाना शुरू कर दिया। धक्कामुक्की के बीच कई लोग मेाबाइल में सेल्फी लेने में जुट गए। पूरा क्षेत्र जय श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। लोगों ने सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ भी खूब किया। ऐसे में लोगों का कहना था कि महाशिवरात्रि पर पिछले 25 साल से वहां लगातार हनुमान जी के मंदिर में पूजा हो रही थी। लेकिन इस बार व्यवस्थापक के न रहने पर पूजा नहीं हुई। इसीलिए मूर्ति की आंखों से आंसू निकल रहे हैं।

मरक्यूरिक ऑक्साइड (HgO) के कारण दिख रही हैं पानी की बूंदें
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. जगदम्बा सिंह का कहना है कि मूर्ति आमतौर पर पत्थर की बनी होती हैं। उस पर सिंदूर का लगातार लेपन किया जाता है। सिंदूर में मरक्यूरिक ऑक्साइड (HgO) होता है, जो पानी को सोखता रहता है। एक स्थिति ऐसी आती है जब मूर्ति में पानी की मात्रा अधिकतम स्तर तक पहुंच जाती है। ऐसे में मूर्ति पर कुछ बूंदें दिखाई दे सकती हैं। लेकिन ऐसा कुछ समय के लिए ही होता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मूर्ति की आंखों से आंसू निकलने का सही कारण तो टेस्ट के बाद ही बताया जा सकता है।