टेलीग्राम से होती थी पाकिस्तान में बैठे आतंकियों से अबू की बातचीत, NIA कर सकती है जांच

punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2020 - 03:44 PM (IST)

लखनऊः आतंकी मुस्तकीम उर्फ अबू युसूफ डा. असरार व डा. सईद मेराज मदनी रब्बानी की तकरीर सुनकर आत्मघाती बनने की राह पर चला था। वह पाकिस्तान व अफगानिस्तान में बैठे अपने आकाओं से टेलीग्राम पर चैट करता था।

बता दें कि अबू पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत कार्रवाई हुई है। प्रकरण की जांच दिल्ली विशेष प्रकोष्ठ पुलिस से लेकर एनआईए को दी जा सकती है। इस बात की जानकारी खुफिया संगठनों से मिली है।

अबू के विषय में पता चला है कि वह डा. इकरार अहमद की तकरीर दिनभर सुनता था। इकरार कट्टर इस्लामिक नेता था जो मुस्लिम युवाओं को भड़काता था। वह आरएसएस का कट्टर विरोधी माना जाता है। मुस्तकीम ने डा. इकरार से ही कट्टरपंथी बनने की सीख ली। इकरार की दर्जनों तकरीर यूट्यूब पर अपलोड हैं। मुस्तकीम का दूसरा पंसदीदा तकरीर डा. सईद मेराज रब्बानी मदनी का है। डा. सईद भारत विभाजन के पक्षधर व मुसलमानों की हमदर्दी का नाटक अपनी तकरीर में करता है। मुस्तकीम अक्सर उसकी तकरीर सुनता था। उसने डा. सईद की कट्टरपंथी विचारधारा अपनाई थी।

गौरतलब हैं कि मामले की जांच अभी तक दिल्ली विशेष पुलिस के पास है। कुछ ही दिनों में यह जांच आतंकी प्रकरण की जांच करने वाली नेशनल इन्वेटीगेशन एजेंसी को दी जानी तय मानी जा रही है।

 


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Moulshree Tripathi

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