बीमार बच्चे को शैतान की आत्मा बताकर तांत्रिक ने दी खौफनाक मौत

punjabkesari.in Monday, Sep 25, 2017 - 04:43 PM (IST)

बुलंदशहरः हम 21वीं सदी में रहते है, पर यकीन मानिए बुलंदशहर की इस घटना को सुनने के बाद इस पर से भरोसा उठ जाएगा। एेसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि यहां आज भी कुछ लोग एेसे है जो अपनों से ज्यादा अंधविश्वास को अहमियत देते है। आलम यह रहता है कि कई बार इनका अंजाम मासूमों को भूगतना पड़ जाता है।


15 दिन से बुखार से जूझ रहा था बच्चा
बता दें यह बेहद दहलाने वाली घटना पाहुस के करौरा गांव की है। जहां एक तांत्रिक ने 7 साल के मासूम पर इलाज के नाम पर इतने जुल्म ढाएं कि जिसे उसका छोटा-सा शरीर झेल नहीं सका। दरअसल मासूम पिछले 15 दिन से बुखार से जूझ रहा था।

जीजा ने कहा भूत का है साया
खून की जांच कराई गई और इलाज भी चल रहा था, लेकिन इसी बीच उसके जीजा ने यह कह दिया कि इसपर भूत का साया है। बस यही वो दिन था जब उसकी मौत की स्क्रिप्ट लिखी गई।

शैतान का बच्चा कहकर पीटता रहा तांत्रिक 
भूत का साया उतारने के लिए एक तांत्रिक की व्यवस्था कर दी गई। जालिम तांत्रिक उसे टांगों के बीच दबाकर पीटता रहा। मासूम पानी की दो बूंदों के लिए आवाज लगाता रहा, पर जालिम उसे पीटता ही चला गया। इतना ही नहीं मासूम की मां ने भी जब पानी पिलाने की गुहार लगाई तब भी वो उसे शैतान की आत्मा बताकर दूर रहने की हिदायत देता रहा।

अगरबत्ती का धूआं मुंह में ठूसा, मौत
इतना ही नहीं तांत्रिक जबदस्ती उसके मूंह में अगरबत्ती का धूंआ ठूसता गया। आखिरकार उसने तड़प-तड़प कर दम तोड़ ही दिया। वहीं उसकी मौत के बाद घर में कोहराम मचा गया है। वहीं मृतक की मां ने तांत्रिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस ने साध रखी है चुप्पी
लेकिन पुलिस की कहानी कुछ और ही बयां कर रही है। बार-बार मां की गुहार के बाद भी पुलिस बीमारी के चलते बच्चे की मौत का कहकर पल्ला झाड़ रही है। एेेसे में एक सवाल जरुर उठता है कि आखिर क्यों इतनी बर्बता के बाद भी पुलिस आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही।

आखिर कर तक चलेगा ढोंग का गंदा नाच?
खैर यह कोई पहला मामला नहीं है जब यहां किसी मासूम को किसी तांत्रिक की वजह से जान गवानी पड़ी हो, बुलन्दशहर में सक्रिय तांत्रिक कभी माया के नाम पर तो कभी बलि के नाम पर, मासूमों की जान लेने पर तुले हुए हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन इनके खिलाफ किसी तरह की कार्यवाही ना करके इनके हौंसलों को और बुलंद कर रहे हैं।