आतंकी हमलाः बरी हुए गुलाब खान के घर लौटी खुशियां, लिपट कर रोने लगे पत्नी और बच्चे

punjabkesari.in Sunday, Nov 03, 2019 - 12:11 PM (IST)

रामपुरः रामपुर सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले के मामले में कोर्ट ने 2 पाकिस्तानी आंतकियों सहित 4 को फांसी की सजा सुनाई है। वहीं एक आरोपी को उम्रकैद और एक अन्य को 10 वर्ष की कैद की सजा सुनाई गई। कोर्ट ने आरोप ना सिद्ध होने पर 2 आरोपियों को कोर्ट से बरी कर दिया है। वहीं 12 साल बाद बरी हुए गुलाब खान के घर में खुशियों का माहौल है।

गुलाब खान का फूल मालाओं से हुआ स्वागत
गुलाब खान जब घर पहुंचे तो उनका फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। इतना ही नहीं गुलाब खान की पत्नी और बच्चे उनसे लीपट कर रोने लगे। वहीं गुलाब खान को देखने के लिए पूरा मुहल्ला उनके घर पर आ गया।

मेरे 12 साल कोई वापस नहीं कर सकता-गुलाब खान
वहीं मीडिया के बातचीत करते हुए गुलाब खान ने कहा कि मेरे 12 साल कोई वापस नहीं कर सकता, ये मेरे लिए नए जीवन जैसा है। उन्होंने कहा कि जिसके ऊपर आतंकवाद का आरोप हो उसे तो जेल में भी कड़ी सुरक्षा में पुलिस कस्टडी की तरह ही रखा जाता है।

गुलाब के भाई का कहना है कि उनको रामपुर में 31 दिसम्बर 2007 को सीआरपीएफ कैम्प पर हुए आतंकी हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अब उन्हें न्यायालय ने निर्दोष साबित कर दिया है। जिसके बाद शनिवार बरेली सेंट्रल जेल से गुलाब सिंह को रिहा किया गया है।

क्या है मामला?
31 दिसंबर 2007 की रात को हुए आतंकियों ने सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर के गेट नंबर 3 के अंदर घुसकर हमला किया था। इस हमले में एक रिक्शा चालक और सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हो गए थे। हमला करने के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें पाक अधिकृत कश्मीर (POK) के इमरान, मोहम्मद फारूख, मुंबई गोरेगांव के फहीम अंसारी, बिहार में मधुबनी का सबाउद्दीन सबा, प्रतापगढ़ के कुंडा का कौसर खान, बरेली के बहेड़ी का गुलाब खान, मुरादाबाद के मूंढापांडे के जंग बहादुर बाबा खान और रामपुर के खजुरिया गांव के मोहम्मद शरीफ शामिल हैं। ये सभी लखनऊ और बरेली की जेलों में बंद हैं
 

Tamanna Bhardwaj