घंटों बेटे का शव गोद में लिए इधर-उधर भटकता रहा लाचार पिता, नहीं नसीब हुआ स्ट्रेचर

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2019 - 04:22 PM (IST)

बदायूं उत्तर प्रदेश में जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं कितनी चुस्त-दुरुस्त हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर भर्ती होने वाले मरीजों को वार्ड बॉय का सहयोग तो दूर स्ट्रेचर भी नसीब नहीं हो पाता। ऐसा ही एक मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला बदायूं से सामने आया है। यहां पिता अपने बेटे का शव घंटों अपने हाथों में लेकर घूमता रहा, लेकिन उसे बच्चे का शव रखने के लिए एक स्ट्रेचर भी नसीब नहीं हुआ।

मामला जिले के मूसाझाग क्षेत्र के गांव मौसमपुर का है। यहां किसी झोलाछाप के इलाज से 4 साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। डॉक्टर भी मौके से फरार हो गया। बच्चे का पिता जब शव लेकर अस्पताल पहुंचा तो जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने शव मोर्चरी में रखवाने से इनकार कर दिया। बेचारा पिता शव को गोद में लिए घंटों इधर उधर भटकता रहा।

इस मामले में जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी बीबी पुष्कर का कहना है कि हमारे अस्पताल में केवल एक मोर्चरी में फ्रीजर है। ऐसे में अगर हम बाहर के शव को वहां रखेंगे तो अस्पताल वाले शव कहां रखेंगे।

 

 

Ruby