कबाड़ से जुगाड़ से सज रहें है शहर के चौराहे, कला कौशल की चहुं ओर हो रही प्रशंसा

punjabkesari.in Saturday, Sep 10, 2022 - 06:41 PM (IST)

मेरठ: कबाड़ से जुगाड़ ये अल्फ़ाज सुनकर सबसे पहले दिन में यही बात आती है कि कबाड़ यानी कि वो साजो सामान जिसे इस्तेमाल में ना आने के चलते कूड़े पर फेंक दिया जाता है, लेकिन वही कबाड़ का सामान अब शहर के चौराहों की सजावट में काम आ रहा है। सुनकर आप भी चौंक जाएंगे, लेकिन यह हकीकत है। क्योंकि नगर निगम ने शहर के चौराहों के सौन्दर्यकरण का जिम्मा अपने ऊपर लिया है और कबाड़ से जुगाड़ की नीति के तहत शहर के चौराहों को सजाया जा रहा है। ऐसे में शहर के तीन चौराहे इस कबाड़ से जुगाड़ की नीति के तहत सज कर तैयार हो गए हैं और शहर की शोभा को बढ़ा रहे हैं।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शहरों की सफाई और सौन्दर्यकरण की परिकल्पना को साकार करते हुए नगर निगम शहर के कई प्रमुख स्थानों का इसी वेस्ट मटेरियल से सौन्दर्यकरण कर रहा है। निगम के गोदाम में पड़े रिक्शे के खराब पहियों को सड़क पर ग्रीन बेल्ट के चारों तरफ ग्रील बनाने में उपयोग किया जा रहा है । इन्हें रंगकर आकर्षक किया जा रहा है। इस कला कौशल की चहुँओर प्रशंसा हो रही है।

नगर निगम गोदाम में पड़े गाड़ियों के खराब टायर को भी बाकायदा सजावट का रूप देकर इस्तेमाल कर रहा है। इन टायरों को सर्किट हाउस के बाहर साज सज्जा के लिए इस्तेमाल किया गया है। जिसकी बानगी ये तस्वीरें हैं। बाकायदा टायरों को सुंदर सुंदर रंग-बिरंगे कलर से पेंट किया गया है और उनपर क्रान्तिधरा मेरठ और रीयूज और रिसाइकिल के स्लोगन भी लिखे गए हैं । इनको देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता की टायर भी साज सज्जा के भी काम आ सकते हैं।

नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा का कहना है कि शहर के कुछ चौराहों को इस कबाड़ से जुगाड़ के नीति के तहत वेस्ट मटेरियल से नया रूप दिया गया है और ये कार्यक्रम जारी रहेगा जिसमे शहर के बाकी चौराहों का भी सौन्दर्यकरण कर नया रूप दिया जाएगा। 

 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj