माघ मेले के दौरान जिस संगम क्षेत्र की होती रही पूजा, अब वहां गंदगी के लगे अंबार

punjabkesari.in Saturday, Mar 20, 2021 - 03:42 PM (IST)

प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में लगे देश दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक माघ मेले के दौरान जिस संगम क्षेत्र की पूजा होती रही। बड़े बड़े संत महात्मा पूरे क्षेत्र में जप करते रहे, जो भूमि 57 दिनों तक दुनिया में आस्था का सबसे बड़ा केंद्र बनी रही। वो संगम क्षेत्र आज बेसहारा है। संगम क्षेत्र का जायजा लिया तो पूरे संगम क्षेत्र पर गंदगी का अंबार देखने को मिला है।

ये वही मां गंगा है, जिसका जल दुनिया के कोने कोने में पंहुचा। देश विदेश से आए लोगों ने संगम में डुबकी लगाकर पुण्यलाभ कमाया। एक सच ये भी है कि आस्था में विश्वास रखने वालों के लिए गंगा कुछ दिन पहले तक देवी थी। आज बहता पानी हो गई है।

माघ मेला के खत्म होने के बाद सभी ने गंगा को बेसहारा बना दिया।

आज पूरे संगम क्षेत्र पर गंदगी पड़ी है। गंगा के पानी में पोलिथीन, फूल माला, समेत कई और भी गंदगी देखने को मिल रही है।

हालात इतने बदतर है कि देश के कोने कोने से आए श्रद्धालुओं को गंगा के पास खड़े होने पर इतनी गंदगी बिखरी पड़ी है कि उनको मुंह को रुमाल से बाधना पड़ रहा है।

कई श्रद्धालु को इतना अफ़सोस है कि गंगा को मां कहते है और मां के पास इतनी गंदगी है। यह उचित नहीं है इसके बारे में सरकार को सोचना चहिए। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि कुछ दिन पहले जब  वो माघ मेले के दौरान आए थे तो गंदगी पूरे क्षेत्र में कहीं भी देखने को नहीं मिली थी, लेकिन अब  गंगाजल के साथ ही साथ संगम के तट पर गंदगी का अंबार देखने को मिल रहा है।

उनका कहना है कि माघ के दौरान सफाई कर्मी गंदगी को साफ करने में लगे हुए थे, लेकिन अब सफाईकर्मी भी कम दिखाई दे रहे हैं। इसमें प्रयागराज प्रशासन और नगर निगम की बड़ी लापरवाही है।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj