देव दीपावली: 5 लाख दीपों से जगमग होगा संगम क्षेत्र, दिखेगा अलौलिक दृश्य

punjabkesari.in Wednesday, Nov 17, 2021 - 07:16 PM (IST)

प्रयागराज: पूरे देश मे देव दीवाली का पर्व 19 नवम्बर को है ऐसे में वाराणसी के साथ-साथ संगम शहर प्रयागराज के संगम तट का भी बड़ा महत्व है। देव दीपावली पर संगम क्षेत्र पांच लाख दीपों से जगमग होगा। इसको लेकर संगम क्षेत्र में तैयारियां जोरों पर है।

इस बार कोरोना संक्रमण कम होने के चलते संगम क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इज़ाफ़ा देखने को मिल सकता है, जिसकी वजह से मेला प्राधिकरण द्वारा संगम क्षेत्र में कार्यो को अंतिम रूप दिया जा रहा। करीब 2 दर्जन मज़दूर संगम क्षेत्र में लगाये गए हैं। जबकि जेसीबी लोडर और ट्रैक्टर की मदद से लेवलिंग का कार्य किया जा रहा है। छठ पूजा के बाद से ही देव दिवाली की तैयारी को लेकर संगम तट पर तैयारियां की जा रही है।

वहीं, 19 नवम्बर की शाम को 5 लाख दियो से संगम तट को जगमगाया जाएगा।  दिवाली के 14 दिन बाद देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। जानकारों के मुताबिक शुभ मुहूर्त 18 नवंबर की दोपहर 12 बजे से 19 नवंबर की दोपहर 2 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।

19 नवंबर को स्नान दान पूर्णिमा का दिन है जिसमे श्रद्धालु सुबह संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाएंगे और शाम को गंगा और यमुना तट पर दिये जलाये जाएंगे। 

मेला प्राधिकरण साइट मैनेजर बाल कृष्ण द्विवेदी ने बताया कि तीनों लोकों में त्रिपुरासुर राक्षस का राज चलता था देवता गणों ने भगवान शिव के समक्ष त्रिपुरासुर राक्षस से उद्धार की विनती की। भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन राक्षस का वध कर उसके अत्याचारों से सभी को मुक्त कराया और त्रिपुरारि कहलाये। इससे प्रसन्न देवताओं ने स्वर्ग लोक में दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया था तभी से कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनायी जाने लगी। 

 

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Umakant yadav