UP: जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह का सख्त निर्देश, कहा- इंटेकवेल का निर्माण कार्य बरसात से पहले करा लिया जाए

punjabkesari.in Thursday, Jun 03, 2021 - 10:08 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह ने निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक परियोजना में इंटेकवेल का निर्माण कार्य बरसात प्रारम्भ होने से पूर्व करा लिया जाए तथा ट्यूबवेल आधारित विभिन्न पाइप पेयजल योजनाओं के निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर प्रारम्भ करा दिया जाय। उन्होंने कहा कि आकांक्षात्मक जिलों की 172 परियोजनाओं एवं जेई, एईएस से प्रभावित क्षेत्रों की 165 निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं का कार्य दैनिक अनुश्रवण कराते हुए तत्काल पूर्ण कराकर उनमें फंक्शनल हाउस होल्ड टैप कनेक्शन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।       

डॉ महेन्द्र सिंह ने नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं की राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन तथा जल निगम के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के स्टेट हेड के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की।  उन्होंने कहा कि प्रत्येक दशा में 08 जून से पूर्व कम से कम 10 हजार डीपीआर कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से तैयार कराकर एक सप्ताह के अन्दर राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन को उपलब्ध कराते हुए तत्काल कार्य प्रारम्भ कराया जाय। समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराया कि जल जीवन मिशन की परियोजनाओं के निर्माण का कार्य अत्यधिक तीव्र गति से कराया जा रहा है। दिन-प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है तथा जल निगम के स्तर पर निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं में से 164 पाइप पेयजल योजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है।

जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के विन्ध्य एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र के नौ जिलों में पेयजल योजनाओं का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के 66 जिलो जिनको द्वितीय चरण में पाइप पेयजलापूर्ति से आच्छादित किये जाने के लिये लक्षित किया गया है। इन जिलों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि मात्र 12 जिलों में 530 डीपीआर तैयार हो सकी है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Umakant yadav

Recommended News

Related News

static