दलित युवक ने कि‍या धर्म परिवर्तन, हिंदू संगठनों ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

punjabkesari.in Wednesday, May 18, 2016 - 12:01 PM (IST)

मेरठ: एक दलित युवक द्वारा हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपना लेने पर हिंदू संगठनों में गुस्सा व्याप्त है। हिंदू स्वाभिमान संस्था के कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में कोई कार्रवाई न होने के कारण प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। कार्यकर्ताओं को जब पता चला कि जिस युवक ने धर्म परिवर्तन किया है वह मंगलवार से घर से गायब है। तब से मामला तूल पकड़ लिया है।
 
क्‍या है मामला
 नौचंदी थानाक्षेत्र के सेक्टर-4 निवासी विकास नाम के युवक द्वारा ईसाई धर्म अपनाने का आरोप लगा है। हिंदू स्वाभिमान संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अमित भारद्वाज का कहना है कि विकास का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। इसके बाद विकास का नाम बदलकर विक्टर रख दिया गया है।  सोची-समझी साजिश के तहत कुछ लोग दलित और गरीब परिवार को बहका कर उनका धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। आरोप है कि विकास को धर्म परिवर्तन के नाम पर पैसों का लालच भी दिया गया। हालांकि विकास का कहना है कि उसने अपनी मर्जी से चर्च जाना शुरू किया है, उसने कोई पैसा नहीं लिया है। पंडि़त अमित भारद्वाज के अनुसार विकास को वापस हिंदू धर्म में लाने के लिए मंगलवार को उसके घर पर हवन आदि का कार्यक्रम रखा था। जब वह उसके घर पहुंचे तो विकास वहां से गायब मिला। आरोप लगाते हुए कहा कि उसे जान-बूझ कर घर से गायब किया गया, ताकि उसकी फिर से अपने धर्म में वापसी नहीं हो सके। विकास के गायब मिलने पर हिंदू स्वाभिमान संस्था के कार्रकर्ता घर के बाहर ही धरना देकर बैठ गए। बाद में संस्था के कार्रकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन देकर धर्म परिवर्तन की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग की।
 
आरोपों को बताया निराधार
 जिस धार्मिक स्थल पर विकास प्रार्थना आदि के लिए जाता है, उसके धर्म गुरु विजय जोसफ का कहना है कि विकास का धर्म परिवर्तन नहीं हुआ है।  वह केवल यहां आकर प्रार्थना आदि करता है। उस पर किसी का कोई दबाव नहीं है। विजय जोसफ का कहना है कि विकास को पढऩा भी नहीं आता है, उसे यहां थोड़ा-बहुत पढना भी सिखाया गया है। पैसे देकर धर्म परिवर्तन किए जाने के आरोप को उन्होंने सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि केवल यहां आकर प्रार्थना करने से किसी का धर्म परिवर्तन नहीं होता है।