कुशीनगर हादसा: जाबांज बिटिया ने मरने से पहले मां समेत 5 लोगों की बचाई थी जान,  फिर मौत के गोद में सो गई पूजा

punjabkesari.in Friday, Feb 18, 2022 - 02:42 PM (IST)

कुशीनगर: जिले में शादी समारोह की तैयारी के दौरान ढके हुए कुएं के स्लैब टूट जाने से हुए हादसे से पूरे गांव में कोहराम मचा था। जिस किसी ने यह मंजर देख उसकी आंखें आंसू से भरी हुई थी और सांसे थमी हुई थी। लेकिन सेना की तैयारी करने वाली बहादुर बिटिया आखिरी दम तक इस दर्दनाक मंजर का डटकर मुकाबला करते हुए मां समेत पांच लोगों को इस काल के मुंह से बाहर निकाला फिर मौत की गोद में सो गई। बताया जा रहा है कि अंधेरे के बावजूद भी बिना अपनी जान की परवाह किए हुए पूजा बिटिया ने सीढ़ी और रस्सी के सहारे पांच लोगों को जिंदा​​ निकाला। लेकिन छठे की जान बचाते हुए पूजा को मौत के कुएं ने आपने गाल में समा लिया। गांव वालों ने बताया कि पूजा बिटिया के पिता सेना में है वह भी सेना में जाना चा​​हती थी।



उन्होंने कहा कि भगवान को शायद ये मंजूर नहीं था कि बहादुर बिटिया सेना में जाए। पूजा BA द्वितीय वर्ष की छात्रा थी पूजा के दो जुड़वा भाई भी हैं जो कक्षा 9 की पढ़ाई कर रहे हैं पूजा अपनी देखरेख में उनको भी सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी कराती थी। पूजा के पिता जम्मू कश्मीर में सेना में हवलदार पद पर कार्यरत है।  फिलहाल पूजा बिटिया की बहादुरी को गांव के लोग सदा याद रखेंगे।



बता दें कि कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में शादी की रस्मों के दौरान कुएं में गिरने से 9 बच्चों समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। जिसकी उम्र 5 से 15 साल के बीच में है। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं हैं। जबकि इस हादसे में कुल 22 लोग घायल हुए। इस मामले में सरकार ने मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए मदद करने की घोषणा की है। घायलों को इलाज और आर्थिक मदद की घोषणा की है। 

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Ramkesh