धरती का भगवान बना हैवान: 12 हजार नहीं देने पर बच्ची को लगाया गलत इंजेक्शन!

punjabkesari.in Monday, Mar 14, 2016 - 06:53 PM (IST)

लखीमपुर खीरी(योगेश वर्मा):मितोली थाना क्षेत्र में छ: महीने पहले एक मासूम बच्ची की इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ नामजद मुकदमा कर शव को कब्र खोद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल गठित किया है। हालांकि पुलिस ने अभी तक आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया है। 
 
प्राप्त जानकारी के अनुसार मितौली ताना क्षेत्र के कस्ता निवासी बाबूराम की पुत्री गीतादेवी का लखनऊ निवासी उत्तम के साथ विवाह हुआ था। 10 माह की सुभी के साथ गीता देवी अपने मायके तस्ता में रह रही थी। बीते वर्ष 2015 की 15 सितम्बर को गीता पुत्री सुभी अचानक बीमार पड़ गई। तब गीता ने कस्बे के ही डॉक्टर अमित अवस्थी की क्लीनिक पर इलाज के लिए सुभी को भर्ती कराया था। आरोप है कि डॉक्टर ने सुभी के ईलाज के लिए उसकी मां गीता को 12 हजार रुपये जमा करने को कहा। लेकिन गीता ने इतने रुपये न होने पर असमर्थता जताते हुए डॉक्टर के लिए ईलाज को कहा। 
 
गीता देवी का आरोप है कि रुपये न मिलने पर डॉक्टर ने बच्ची के ईलाज में लापरवाही बरती तथा गलत इंजेक्शन लगा दिया जिससे सुबी की मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद गीता ने पुलिस को डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी थी। लेकिन पुलिस ने मां की एक न सुनी तथा मृतक बच्ची के शव को जबरन दफन करवा दिया। तब पीड़ित गीता देवी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। जहां अदालत ने गीता देवी के पक्ष को सुनते हुए मितौली पुलिस को आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। 
 
उधर पीड़ित मां गीता ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर सुभी के शव को खुदवाकर पोस्टमार्टम करने की मांग की है। जिलाधिकारी किंजल सिंह ने गीता के प्रार्थना पत्र पर एक मार्च को बच्ची के शव को कब्र से खोदकर पोस्टमार्टम कराने का आदेश पारित किया है। डीएम के आदेश पर एसडीएम मितौली शादाब असलम सीओ मिथिलेश कुमारी की मौजूदगी में मितौली एसओ राजेश सिंह ने कब्र खोदवाकर मृतक सुभी के शव को बाहर निकलवाया तथा पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम करवाया तथा उसकी वीडिय़ोग्राफी भी करवाई।