आशियाना बनाने का सपना हुआ महंगा! 10 फीसदी तक महंगी हुई संपत्ति, फ्लैट की चाह रखने वालों को राहत

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2023 - 01:07 PM (IST)

नोएडा: रोटी, कपड़ा और मकान मानव की सबसे मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है.हर एक व्यक्ति इसी जद्दोजहद में लगा रहता है कि किसी तरह से वो अपने खाने, पहनने और रहने की व्यवस्था कर पाए। ऐसे में खाने की चीजें तो महंगी हो ही गई हैं, लेकिन अब नोएडा आशियाना खरीदने और बनाने का सपना भी महंगा हो गया है। रविवार को हुई नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में आवासीय भूखंड, ग्रुप हाउसिंग और संस्थागत उपयोग की संपत्तियों की आवंटन दरों में छह से दस प्रतिशत की बढोत्तरी की है। इससे उद्योग लगाने के साथ मकान बनाने में लोगों को अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा।

नोएडा में आवास और उद्योग लगाना महंगा होता जा रहा है। वर्ष 2022 में भी आवंटन दरों में 10 से 15 प्रतिशत तक प्राधिकरण ने इजाफा किया था। इस साल भी 10 फीसदी तक रेट बढ़े हैं। सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में रविवार को अवस्थापना और औद्योगिक विकास आयुक्त और नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई। इस दौरान 19 प्रस्ताव रखे गए। सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि बोर्ड बैठक के दौरान ई-श्रेणी के आवासीय सेक्टरों के सबसे अधिक दस प्रतिशत की इजाफा किया गया है। ए-प्लस श्रेणी की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। जबकि ए, बी, सी और डी श्रेणी के सेक्टरों में भूखंड की दरों में छह प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। आवासीय भवन यानी फ्लैट और व्यावसायिक संपत्ति की दरों में कोई इजाफा नहीं।

सीईओ ने बताया कि बीते महीनों में औद्योगिक भूखंडों की नीलामी में अधिक रेट प्राधिकरण को प्राप्त हुए थे। ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र की फेज वन, फेज टू और फेज तीन की दरों में छह प्रतिशत इजाफा किया गया है। संस्थागत संपत्ति क्षेत्र में भी फेज वन, फेज टू और फेज तीन में स्थित आईटी-आईटीईएस और डाटा सेंटर उपयोग की संपत्तियों में भी छह प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। इनके अलावा नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में कुछ और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है।

• प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में 2023 24 के लिए 6920 करोड़ के बजट को बोर्ड बैठक में पास कर दिया गया है।
• प्राधिकरण क्षेत्र में स्थित बहुमंजिला इमारतों की स्ट्रक्चर ऑडिट कराए जाने के लिए पैनल का गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।
•  नोएडा और ग्रेटर नोएडा निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए ग्राम अतरौली ग्रेटर नोएडा में प्लांट लगाए जाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।
•  नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में ज्वाइंट वेंचर कंपनी के रूप में  नोएडा प्राधिकरण द्वारा किए गए अंशधारिता के सापेक्ष भुगतान की समीक्षा की गई।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj