बिटोड़े में मिले कंकाल का पुलिस ने किया खुलासा, बाप ने ही अपनी बेटी की हत्या कर जलाई थी डेड बॉडी

punjabkesari.in Sunday, Sep 11, 2022 - 03:01 PM (IST)

शामलीः यूपी के शामली जिले से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां पर एक पिता ने पहले अपनी बेटी को गला दबाकर मौैत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसके शव को बिटोड़े में रखकर आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने हॉरर किलिंग की इस रहस्यमयी घटना का 24 घंटे के अंदर खुलासा करते हुए आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्यवाही में जुट गई है।



बता दें कि पूरा मामला शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र के शामली शामला गांव का है। जहां पर कल पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव में बिटोड़े में संदिग्ध परिस्थितियों में एक नर कंकाल पड़ा हुआ है। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे इलाके को सील करते हुए, मामले की जांच शुरू की थी। इसी दौरान पुलिस को जले हुए नर कंकाल की हड्डियां मिली और उसके पास से ही कुछ कंगन और चूड़ियां भी मिली। जिससे पुलिस को प्रतीत हुआ कि यह अवशेष जिसके हैं वह संभवत कोई महिला है। जिसके बाद फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने पूरे मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि बिटोडे में जो हड्डियां मिली है, वह गांव के ही रहने वाली एक युवती की है।



दरअसल पुलिस ने जब परत दर परत मामले की पड़ताल की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस को जांच पड़ताल में पता चला कि गांव के ही रहने वाले प्रमोद नाम के व्यक्ति ने पहले तो अपनी बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके बाद उसके शव को बिटोड़े में रख कर आग लगा दी। वहीं जब पुलिस ने प्रमोद से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी बेटी का प्रेम प्रसंग गांव के ही अन्य जाति के एक युवक अजय के साथ चल रहा था। जिसके चलते उसने कई बार अपनी बेटी को अपनी इज्जत का हवाला देते हुए उस लड़के से संबंध न रखने की बात कही थी। उन्होंने आगे बताया कि उसकी बेटी ने उसकी इज्जत को तार-तार कर, वह उस लड़के के साथ चली गई और उसके एक दिन बाद वापस आ गई।



इसके बाद से ही आरोपी पिता ने अपनी बेटी को ही मारने की ठान ली थी। जिसके चलते उसने कल 10 सितंबर की रात बहाने से उसने अपनी बेटी को कटे हुए धान के खेत मे ले गया। जहां उसने अपनी बेटी का गला दबाकर मार दिया। इसके बाद आरोपी पिता ने सबूत मिटने के लिए शव को बिटोड़े में रखकर आग के हवाले कर दिया।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj