यूपी चुनाव के अंतिम चरण में वाराणसी बना चुनावी रणभूमि

punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2017 - 04:26 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है। अगले चरण के मतदान के लिए राजनैतिक पार्टियों ने अपना ध्यान धार्मिक शहर वाराणसी पर लगा दिया है। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोक सभा क्षेत्र  है। यहां चुनाव प्रचार का जिम्मा केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को सौंपा गया है, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री कर रहे हैं। जिसके चलते सपा-कांग्रेस गठबंधन ने भी भाजपा के खिलाफ एक अभियान चलाया है।

सपा-कांग्रेस ने चलाया भाजपा के खिलाफ अभियान
भाजपा और प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए सपा-कांग्रेस ने ‘दर्द-ए-बनारस’ अभियान चलाया है, जिसमें वह मोदी के ‘झूटे वादे करने और काम नहीं करने ’ के मुद्दे को उठा रहे हैं। जिसके लिए सपा-कांग्रेस गठबंधन टीम के स्वयं सेवी हर दरवाजे पर जाकर पर्चा और पोस्टर के माध्यम से चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वह मतदाताओं को अखिलेश यादव का पत्र भी दे रहे हैं। बता दें कि  राहुल गांधी और अखिलेश यादव की टीम वाराणसी में रोड शो का आयोजन भी कर रही है। दोनों ही पार्टियों के वरिष्ठ नेता वाराणसी में डेरा डाले हुए हैं ताकि वह भाजपा की रणनीति पर नजर रख सकें।

भाजपा ने भी कसी कमर
भाजपा के अनुसार उन्होंने भी गठबंधन के विरूद कमर कस ली है। जिसके लिए  पहली बार भाजपा ने चौका घाट के निकट न्यू मीडिया केंद्र स्थापित किया है, जहां कम से कम एक केंद्रीय मंत्री नियमित मीडिया कर्मियों को नरेंद्र मोदी की उपल्बधियों की जानकारी देने के लिए संबोधित करते हैें।   हालांकि पार्टी ने काशी क्षेत्र के गुलाम बाग क्षेत्र के मुख्यालय में वॉर रूम भी तैयार किया है। यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं को मोदी सरकार की योजनाओं की सोशल मीडिया के जरिए जानकारी फैलाने का काम सौंपा जाता है।  पिछले सप्ताह तक केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, रवि शंकर प्रसाद, कलराज मिश्र, उमा भारती, अनंत कुमार, स्मृति ईरानी, नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल, महेंद्र नाथ पांडे्य, संतोष गंगवार, कृष्ण राज और अनुप्रिया पटेल इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं।