गोरखपुर में एम्स का शिलान्यास 22 को, मगर कहां होगा पता नहीं

punjabkesari.in Saturday, Jul 09, 2016 - 04:32 PM (IST)

गोरखपर: पूर्वी उत्तर प्रदेश की हृदय स्थली गोरखपुर में प्रस्तावित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना को लेकर भूमि पर हो रहे विवाद में प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार और केन्द्र सरकार के बीच श्रेय लेने के लिए जारी रस्सा कस्सी में एक नया मोड़ आ गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद महंत योगी आदित्यनाथ एम्स की स्थापना के लिए गोरखपुर एयरफोर्स स्टेशन के समीप गन्ना शोध संस्थान की 110 एकड़ जमीन को उचित स्थान बता रहे हैं मगर इसके लिए भारतीय वायु सेना और रक्षा मंत्रालय का अनापत्ति प्रमाण लेना होगा जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए मानबेला स्थित 251 एकड़ जमीन का प्रस्ताव किया है किन्तु यह जमीन विवाद में है। 
 
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने फिलहाल जमीन के बारे में अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है। सूत्र बताते हैं कि एयरफोर्स के निकट लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जगह उड़ान क्षेत्र में आती है और यहां बहुमंजिली इमारतें नहीं बन सकती। इसके मद्देनजर रक्षा मंत्रालय के अनापत्ति प्रमाण पत्र के बहाने एम्स की स्थापना का मुद्दा एक बार फिर खटाई में पड़ सकता है। केन्द्र का उच्च स्तरीय दल प्रस्तावित स्थल का दौरा कर चुका है। टीम के एक सदस्य ने बताया कि इस संबंध में रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपी जायेगी और इसमें सबसे बड़ी बाधा रक्षा मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने में होगी।