"हम सभी छात्र अपने प्राण त्याग देंगे" इलाहाबाद विश्वविद्यालय फीस वृद्धि के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे 3 छात्रों का निकाला गया शव यात्रा

punjabkesari.in Saturday, Oct 01, 2022 - 01:31 PM (IST)

प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर चल रहा छात्रों का धरना खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी क्रम में छात्रसंघ भवन पर छात्रसंघ बहाली की मांग को लेकर चल रहे छात्रसंघ संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में अनशन का 800 दिन  व 400% फीस वृद्धि के विरोध में चल रहे आमरण अनशन का 25वां दिन भी जारी है।

400% फीस वृद्धि के विरोध में चल रहे आमरण अनशन के 25वें दिन आमरण अनशन पर बैठे 3 छात्रों का विश्वविद्यालय परिसर में शव यात्रा निकाला गया। छात्रों ने कहा कि यदि फीस वृद्धि जल्द से जल्द वापस नहीं हो जाती है तो हम सभी छात्र अपने प्राण त्याग देंगे। क्योंकि विश्वविद्यालय प्रशासन साधारण तरीके से हमारी बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है। अगर उनको हमारी बलि चाहिए तो हम बलि भी देने को तैयार हैं। 

किसान यूनियन के अध्यक्ष जगदीश सिंह पहुंचे विश्वविद्यालय
इसके साथ ही साथ कांग्रेस पार्टी के प्रदेश किसान यूनियन के अध्यक्ष जगदीश सिंह भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंचे जहां उन्होंने छात्रों को अपना समर्थन दिया। जगदीश सिंह का कहना है  कि मौजूदा सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है । सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्र किसान कृषि भूमि से ही आते हैं या कहे की किसान परिवार से ही आते हैं ऐसे में फीस वृद्धि होना यह दर्शाता है कि किसान का बेटा शिक्षा से दूर रहे जो कि एक षड्यंत्र है। बात हुई थी शिक्षा के व्यवसायीकरण कि अब हम  बढ़ रहे हैं शिक्षा के बाजारीकरण की तरफ। किसान इस बाजारीकरण में प्रथम वार झेल रहा है। इसी पीड़ा को देखते हुए किसान परिवार पर चोट को देखते हुए छात्रों के साथ कांग्रेस के पदाधिकारी अपना समर्थन सहयोग तन मन धन से अर्पित करने के लिए आज यहां आए हुए हैं। 

कांग्रेस पार्टी में चुनाव के दौरान टिकट बंटवारे को लेकर जगजीत सिंह ने कहा कि बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार का सबसे बड़ा कारण सही प्रत्याशियों को न टिकेट देना रहा है। उन्होंने मेजा विधानसभा सीट का उदाहरण देते हुए कहा कि सुशील तिवारी को टिकट न देना पार्टी की सबसे बड़ी  भूल थी, लेकिन अबकी बार आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सही प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारेगी।

गौरतलब है कि बीते 25 दिनों से 400% की वृद्धि के विरोध में छात्र आमरण अनशन पर बैठे है। इससे पहले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने भी छात्रों का समर्थन देते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन बढ़ी हुई फीस को वापस ले क्योंकि यह फैसला ना तो छात्रों के हित में है ना ही देश के। हालांकि, अब देखना है होगा कि क्या विश्वविद्यालय प्रशासन बढ़ी हुई फीस को वापस लेता है या नहीं।

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Imran