जल निकासी को लेकर युवती की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम

punjabkesari.in Monday, Oct 04, 2021 - 05:53 PM (IST)

कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी में पट्टीदारों ने मामूली विवाद में एक युवती की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद नाराज परिजन शव लेकर मंझनपुर पुलिस कार्यालय पहुंचे। मामले की जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर को हुई तो उन्होंने पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच के निर्देश दिए।


एएसपी के निर्देश पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने युवती का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। युवती की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।


बता दें कि कोखराज थाना क्षेत्र के हिसामपुर परसखी निवासी श्याम सुंदर खेती किसानी करते हैं। पड़ोस में उनके बड़े भाई का मकान है। पानी निकासी को लेकर दोनों परिवार के बीच झगड़ा होता रहता था। इसके चलते दोनों परिवार के बीच तनाव बना रहता था। श्याम सुंदर अपनी पत्नी के साथ सुबह खेतों में काम करने के लिए चले गए। घर में उसकी बेटी प्रियंका (18) अकेली थी। घर का पानी नाली से होते हुए श्याम सुंदर के बड़े भाई के घर में चला गया। नाराज भाई एवं उसकी पत्नी गाली गलौज करने लगे। आरोप है कि दोनों ने जबरन नाली बंद करने की कोशिश की। युवती ने नाली बंद करने का विरोध किया तो दंपति ने प्रियंका के सिर पर लाठियों से ताबड़तोड़ कई वार कर दिया। सिर पर गंभीर चोट लगने से लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ी।


घटना की जानकारी प्रियंका के माता-पिता को हुई तो वह रोते बिलखते घर पहुंचे। आनन-फानन में प्रियंका को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। नाराज परिजन शव लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। अपर पुलिस अधीक्षक ने घटना को संज्ञान लेते हुए पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर ने बताया कोखराज थाना क्षेत्र का एक प्रकरण एसपी कार्यालय में कुछ लोग आये थे। जिनका आरोप है कि मेरी बेटी की हत्या हो गई है। इस पर पुलिस को निर्देशित किया गया है उनका मुकदमा पंजीकृत करके कार्यवाही करें। इन्होंने पूर्व में कोई सूचना पुलिस थाना को नहीं दिया था। सीधे जिला अस्पताल आ गए थे और लेकर यहां आ गए थे। मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।

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Umakant yadav