Kisan Mahapanchayat में BJP पर बरसे राकेश टिकैत, कहा- देश की संस्थाएं बेच रही सरकार

punjabkesari.in Sunday, Sep 05, 2021 - 04:55 PM (IST)

मुजफ्फरनगर: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में हुंकार भरते हुए कहा कि सिर्फ मिशन यूपी ही नहीं हमें पूरे देश को बचाना है और किसानों की ही नहीं अब अन्य मुद्दों को भी उठाना है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रविवार को यहां जीआईसी मैदान पर आयोजित विशाल किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए  टिकैत ने कहा कि जब तक केन्द्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी किसान आंदोलन जारी रहेगा। हम तब तक घर नहीं जायेंगे और वहां जमीन पर पैर भी नहीं रखेंगे। हमारा आन्दोलन फतह होगा और यह देश के जवान और किसान की जीत होगी ,तभी घर वापस आयेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बात ही करना नहीं चाहती है। जब तक सरकार किसानों की मांग नहीं मानेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।  

देश तोड़ने का काम कर रही है भाजपा, हम जोड़ने की बात करते है: टिकैत
उन्होंने कहा है उन्होंने कहा कि सरकार हम से बात करने को तैयार नहीं है। सरकार ने किसानों से बात करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब किसानों के मुद्दे ही नहीं उठाने हैं देश के सभी मुद्दो को उठायेंगे। अब यूपी नहीं देश को बचाना है। उन्होंने कहा कि देश का किसान और नौजवान कमजोर नहीं है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब देश की संस्थाएं बेची जा रही है। हम चुप नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे तोड़ने का काम करते हैं तो हम लोगों को जोड़ते हैं।  टिकैत ने कहा कि बड़े-बड़े लोग बैंकों का हजारों करोड़ रुपया लेकर भाग जाते हैं उनका कोई कुछ नहीं कर पाता। उन्होंने कहा कि फसलों का दाम नहीं तो वोट भी नहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को भी नहीं बख्शा और कहा जनता बाहरी लोगों को अब बर्दास्त नहीं करेगी।  

एमएसपी पर कानून बनाए सरकार
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को हर हालत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा। उन्होंने कहा कि सरकार बताये कि इन कानूनों से किसान को क्या फायदा है, लेकिन सरकार नहीं बता रही है। यह कानून किसान के साथ-साथ व्यापारियों के और लोगों के हित में नहीं है। किसानों को कर्ज नहीं फसलों का लाभकारी भाव चाहिए । उन्होंने किसान हित में एमएसपी पर कानून की उनकी मांग रहेगी लेकिन सरकार उनकी इस मांग पर कोई विचार नहीं कर रही है।
 
टिकैत ने कहा कि अब खेती और किसानी भी बिकने के कगार पर है और दस साल पुराने ट्रैक्टर के चलने पर पाबंदी लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी करनी चाहिए नहीं तो किसानों को चुनाव में वोट की चोट देनी चाहिए । उन्होंने मांगे पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की घोषणा की है और वे एक जनवरी से फसलों को दोगुनी कीमत पर बेचने का प्रचार करेंगे। किसान नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव जीतकर देश का नेतृत्व कर रहे हैं यह अच्छी बात है लेकिन अब यहां दंगा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यहां अल्ला हो अकबर और हर हर महादेव के नारे लगते रहेंगे। 

Content Writer

Ramkesh