यूपी के इस जिले में स्थित है श्री रामभक्त हनुमान जी की मिट्टी और गोबर से बनी प्रतिमा, यहां सच्चे दिल से मांगी गई हर मुराद होती है पूरी

punjabkesari.in Thursday, Apr 06, 2023 - 11:38 AM (IST)

फर्रुखाबाद(दिलीप कटियार): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रुखाबाद (Farrukhabad) जिले में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिरों (Hanuman Temple) में आज सुबह 8 बजे के करीब तीन दिन बाद कपाट खोले गए। जिस समय कपाट खोले गए उस समय भक्तों (Devotees) की भारी भीड़ मंदिर (Temple) के बाहर लगी हुई थी। बहुत से मंदिरों में साल में एक बार ही मूर्ति पर चोला चढ़ाया जाता है। कुछ मंदिरों में हर शनिवार ,मंगलवार को चोला चढ़ाया जाता है। भक्तों (Devotees) ने मंदिर में पहुंचकर सुंदरकांड पाठ (Sunderkand Path),हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa),भजन संध्या सहित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया है।

मंदिर में आस-पास के कई जिलों के लोग आकर पूरी करते हैं अपनी मुराद
जानकारी के मुताबिक, प्राचीन हनुमान मंदिर भोलेपुर के सामने भक्तो ने भंडारे के आयोजन के साथ सरबत पिलाने के सैकड़ों लोगों ने प्रतिभाग किया है। पूरा शहर हनुमान के झंडा से सजा दिखाई दे रहा है। इस मंदिर में आज के दिन आस पास के कई जिलों से भक्तगण आकर अपनी मुराद पूरी करते हैं। वहीं हनुमानगढ़ी मंदिर जोकि पांचाल घाट गंगा तट पर वर्षों पुराना बना हुआ है। इस मंदिर पर भक्त एक तीर से तीन निशाने लगाते हैं क्योंकि हनुमान गढ़ी के पास भैरवनाथ का मंदिर है वह भी गंगा के तट पर बना हुआ है। दूसरी तरफ माँ गंगा के भी मंदिर पर खड़े होकर भक्त लोग दर्शन करते है। क्योंकि यह मंदिर लगभग 200 वर्ष से भी अधिक पुराना है।

इस मंदिर में मिटटी और गोबर से बनी है श्री रामभक्त हनुमान जी की प्रतिमा
आपने कई प्रकार के मंदिरों के बारे में देखा व सुना होगा व  ईट पत्थर और सीमेन्ट की मूरत भी देखी होगी। आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं मिटटी और गोबर से बनी श्री रामभक्त हनुमान जी की प्रतिमा। रामभक्त हनुमान जी की मूरत उत्तर प्रदेश  के छोटे से शहर फर्रुखाबाद मे भोलेपुर में वीराजमान है। फतेहगढ़ रेलवे स्टेशन से लगभग 100 मीटर दूरी पर स्थित हनुमान जी का मंदिर हजारों लोगों की आस्था का केन्द्र है। हनुमान जयंती पर यहां विशेष मेला लगता है।

इस मंदिर में सच्चे दिल से मांगी हर मुराद होती है पूरी
आपको बता दें कि कई साल पुराने इस मंदिर की मान्यता है कि यहां सच्चे दिल से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। खास बात यह है कि मंदिर में श्री रामभक्त हनुमान की जो प्रतिमा है वो मिटटी और गोबर से बनी है। मंदिर में रहने वाले बाबा की मानें तो यह प्रतिमा लगभग 25 फीट की होगी। बताया जाता है कि करीब 500 साल पहले गुरु महाराज मुनि ने इस मंदिर की नींव रखी थी। अब हर मंगलवार यहां मेला सा लगता है। सालों से यहां आने वाले लोगों की इस मंदिर के प्रति आस्था देखने लायक होती है।

Content Editor

Anil Kapoor