ट्रक छोड़ने के लिए इंस्पेक्टर ने की 98000 रुपये रिश्वत की मांग, ट्रांजेक्शन के बाद भी नहीं छोड़ी गाड़ी; DM से शिकायत पर धरे गए, हुआ तगड़ा एक्शन

punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 12:40 PM (IST)

हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से इंस्पेक्टर गौरव चौहान द्वारा धान व्यापारी से ट्रक छोड़ने के एवज में 98 हजार रुपये रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। जिस निरीक्षक पर आरोप लगा है, वह मंडी समिति में तैनात है। शिकायत पर हुई जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद डीएम के आदेश पर पुलिस ने मंडी निरीक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

एनएच-09 पर रोका ट्रक 
दिल्ली के नरेला क्षेत्र के पाना उद्यान निवासी यचित कुमार ने इस मामले में डीएम अभिषेक पांडेय से लिखित शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनकी मैसर्स सुरेंद्र ट्रेडिंग कंपनी के नाम से फर्म है। गत 8 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े सात बजे उनकी फर्म का धान से भरा एक ट्रक नरेला मंडी से गढ़मुक्तेश्वर की ओर रवाना हुआ था। अल्लाबख्शपुर टोल प्लाजा के पास एनएच-09 पर पहुंचते ही एक व्यक्ति ने ट्रक रुकवा लिया। अपना नाम गौरव चौहान बताते हुए  निरीक्षक ने कागजात चेक किए। फिर कागजों में कमी बताते हुए कहा कि ट्रक मालिक से बात कराई जाए।

व्यापारी ने विवश होकर किए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन 
ट्रक चालक जितेंद्र कुमार ने मालिक को फोन कराया तो निरीक्षक ने व्यापारी पर 1.36 लाख रुपये की मंडी पेनल्टी लगने की बात कही। व्यापारी ने किसी तरह मिन्नतें कर पेनल्टी माफ करने की बात की तो निरीक्षक ने 98 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर डाली। व्यापारी ने विवश होकर निरीक्षक के कहे अनुसार ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करना शुरू कर दिया। पहले चालक के खाते से दो बार 20-20 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके बाद किसी मुकेश कुमार नामक शख्स के क्यूआर कोड पर 1500, छह हजार और दो हजार रुपये ट्रांस्फर करवाए गए। भरोसा बनाने के लिए कुछ समय बाद 9500 रुपये वापस कर दिए गए। 

ट्रांजेक्शन के बाद भी इंस्पेक्टर ने नहीं छोड़ा ट्रक 
व्यापारी ने जब रसीद मांगी और ट्रक छोड़ने की बात कही तो इंस्पेक्टर ने बाकी रकम देने का दबाव बनाया। चालक से डीडी मोटर और महेश नामक व्यक्ति के खातों में जबरन 20-20 हजार रुपये ट्रांसफर कराने का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों ट्रांजेक्शन फेल हो गए। फिर भी इंस्पेक्टर ने ट्रक नहीं छोड़ा। पीड़ित की शिकायत पर डीएम अभिषेक पांडेय ने गढ़मुक्तेश्वर एसडीएम को जांच सौंपी थी। जांच में मंडी निरीक्षक गौरव चौहान के खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए। 


 


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Content Editor

Purnima Singh

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