बेबस दंपति की इंस्पेक्टर ने की मदद, लोगों ने कहा शुक्रियां UP पुलिस
punjabkesari.in Sunday, May 24, 2020 - 10:00 PM (IST)
हापुड़ः कोरोना संकट के लॉकडाउन ने बहुत हद तक सकारात्मक बदलाव किया है। कल तक उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी रवैये के लिए बदनाम रही। मगर आज इसका ऐसा-ऐसा उदाहरण सामने आ रहा है कि हर किसी की जुबान पर बस वाह! UP पुलिस है। पुलिस का मानवीय चेहरा हापुड़ जनपद में देखने को मिला। जहां इन्होंने एक ऐसी महिला की मदद की, जो लॉकडाउन के चलते बेबस और लाचार थी और नवजात को लेकर पैदल सफर कर रही थी।
जनपद के बाबूगढ़ थाने के इंस्पेक्टर उत्तम सिंह राठौर ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए दिल्ली से संभल पैदल जा रही एक महिला की मदद करके वाकई मानवीयता दिखाई है। बता दें कि संभल के रहने वाले मुनेंद्र कुमार की पत्नी प्रसव पीड़ा के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में डिलिवरी के लिए भर्ती की गई थी। अस्पताल में महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया और कुछ दिन अस्पताल में रही, इसके बाद अस्पताल ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। इसके बाद महिला के सामने घर जाने का संकट खड़ा हो गया। महिला के पति ने काफी प्रयास किए लेकिन घर जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल सका जिसके बाद दोनों ने पैदल ही घर जाने का निर्णय किया और दोनों तपती धूप में हाईवे पर निकल पड़े।
उत्तम सिंह ने पैदल जा रहे दंपत्ति को रोका और पैदल चलने का कारण पूछा तो महिला के पति ने सारी व्यथा सुनाई। नवजात बच्चे के साथ सफर कर रही महिला और उसके पति की बातों को सुनकर इंस्पेक्टर भी भावुक हो गए और उन्हें वहीं रोककर पहले तो दंपति को खाना खिलाया और फिर एक बस से उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की। महिला अपने पति और नवजात बच्चे के साथ आराम से बस से संभल चली गई।
महिला के पति मुनेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी को दिल्ली के एक अस्पताल में डिलिवरी के लिए भर्ती किया गया था, जहां से बच्चे का जन्म होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। घर जाने का जब कोई रास्ता नहीं निकला तो उन्होंने कुछ सफर पैदल तो कुछ वाहनों में लिफ्ट लेकर पूरा किया। बाबूगढ़ पुलिस ने उनकी मदद की और बस का इंतजाम करा कर उन्हें घर भेजने की व्यवस्था करा दी, पुलिस का शुक्रिया। पुलिस ने बहुत बड़ी मदद की है। कमजोर पत्नी और नवजात को एक साथ लेकर चलना बहुत समस्या थी। पुलिस का बहुत ही धन्यवाद।