आगरा पहुंचा कैप्‍टन शुभम गुप्‍ता का पार्थि‍व शरीर, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा पूरा शहर

punjabkesari.in Friday, Nov 24, 2023 - 05:35 PM (IST)

आगरा: राजौरी में शहीद हुए कैप्टन शुभम गुप्ता का पार्थिव शरीर लेकर सेना के जवान ताजगंज के प्रतीक एन्क्लेव स्थित आवास पर पहुंचे। बलिदानी का पार्थिव शरीर उनके गांव कुआं खेड़ा पहुंचते ही लोगों की भीड़ लग गई। शुभम गुप्ता के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा है। अंतिम दर्शन को उमड़ने वाली लोगों की भीड़ को देखते हुए व्यवस्थाओं के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस तैनात की गई है। शुभम का अंतिम संस्कार कुआं खेड़ा गांव में होगा। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपये के साथ एक स्वजन को नौकरी, शुभम के नाम पर सड़क की भी घोषणा की। 

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए पांच जवानों को केंद्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, सेना के अधिकारियों और पुलिस ने शुक्रवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। पांचों जवानों के पार्थिव शरीर राजौरी से जम्मू के आर्मी जनरल अस्पताल लाये गए, जहां पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया। उपराज्यपाल सिन्हा, लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी, मुख्य सचिव डॉ. ए.के. मेहता, पुलिस महानिदेशक आर.आर. स्वैन, मंडल आयुक्त रमेश कुमार और पुलिस महानिरीक्षक आनंद जैन समेत बड़ी संख्या में मौजूद सशस्त्र बलों के अधिकारियों, नागरिकों और पुलिस ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ सेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। 

आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान न्योछावर करने वाले ये जवान कर्नाटक के मंगलोर के निवासी कैप्टन एम वी प्रांजल (63 राष्ट्रीय राइफल्स), उत्तर प्रदेश के आगरा के निवासी कैप्टन शुभम गुप्ता (9 पैरा), जम्मू-कश्मीर के पुंछ के निवासी हवलदार अब्दुल माजिद, उत्तराखंड के नैनीताल रहने वाले लांस नायक संजय बिष्ट और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पैराट्रूपर सचिन लौर हैं। अधिकारियों ने कहा कि तिरंगे में लिपटे, सेना के शहीद जवानों के पार्थिव शरीरों को अंतिम संस्कार के लिए जम्मू से उनके पैतृक स्थानों पर हवाई मार्ग से ले जाया जाएगा। दरमसाल के बाजीमल इलाके में बुधवार और बृहस्पतिवार को सुरक्षा बलों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी मारे गये। इस दौरान दो कैप्टन सहित पांच सैनिक भी शहीद हो गये। कैप्टन प्रांजल के परिवार में उनकी पत्नी अदिति जी. हैं, जबकि कैप्टन गुप्ता के परिवार में उनके पिता बसंत कुमार गुप्ता हैं। हवलदार माजिद के परिवार में उनकी पत्नी सगेरा बी. और तीन बच्चे, लांस नायक बिष्ट के परिवार में मां मंजू देवी और पैराट्रूपर लौर के परिवार में उनकी मां भगवती देवी हैं। 


 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj