बांके बिहारी मंदिर के तहखाने का रहस्य गहराया: सोना-चांदी तो मिली, पर ‘खजाना’ कहां गया? 29 अक्टूबर को खुलेंगे राज़
punjabkesari.in Saturday, Oct 25, 2025 - 01:56 AM (IST)
Vrindavan News: श्री ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के तहखाने की जांच ने सभी को चौंका दिया है। वर्षों से चर्चित "खजाने" की खोज में प्रशासन ने दो दिन तक तहखाने की गहन जांच की, लेकिन जो मिला उसने सबको निराश कर दिया। तहखाने से केवल कुछ बर्तन, एक सोने की छड़, तीन चांदी की छड़ें, कुछ मोती और दो तांबे के सिक्के ही मिले। करोड़ों के खजाने की उम्मीदें धरी की धरी रह गईं, और यह मामला अब रहस्य में बदल गया है।
कहां गया खजाना? 29 अक्टूबर को होगी निर्णायक बैठक
अब सवाल उठ रहा है कि आखिर इतिहासकारों और गोस्वामियों द्वारा जिस खजाने का ज़िक्र किया जाता रहा, वह कहां गया? इसी को स्पष्ट करने के लिए बांके बिहारी मंदिर की हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने 29 अक्टूबर को अहम बैठक बुलाई है। कमेटी के नोटिस के मुताबिक, इस दिन 1971 की इन्वेंटरी और वर्तमान में मिले सामान का मिलान किया जाएगा। साथ ही बैंक लॉकर में रखे मंदिर के सामान की भी जांच होगी।
कमेटी सख्त, पारदर्शिता पर जोर
कमेटी के सदस्य दिनेश गोस्वामी ने बताया कि तहखाने में खजाने की चर्चा लंबे समय से थी, लेकिन जांच में बहुत कम सामान मिला है। उन्होंने कहा कि खजाने की पारदर्शिता और सत्यता सुनिश्चित करने के लिए सीबीआई जांच की मांग भी की गई है। कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा, “मंदिर के खजाने की सुरक्षा और पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है। 29 अक्टूबर को पुराने रिकॉर्ड और नए इन्वेंटरी की तुलना से सारी स्थिति साफ हो जाएगी।”
भक्तों से संयम बरतने की अपील
मंदिर प्रशासन ने भक्तों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और कमेटी की आधिकारिक रिपोर्ट का इंतज़ार करें। जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि मंदिर के तहखाने का असली खजाना सुरक्षित है या गायब।
क्या था 1971 की इन्वेंटरी में?
सूत्रों के अनुसार, 1971 में तैयार की गई इन्वेंटरी में मंदिर के पास सोने-चांदी के कई मूल्यवान आभूषण, बर्तन और सिक्कों का विस्तृत रिकॉर्ड था। अब इन वस्तुओं का सत्यापन ही यह बताएगा कि वर्षों में मंदिर की संपत्ति में क्या बदलाव आया है।
मुख्य बिंदु संक्षेप में:-
- बांके बिहारी मंदिर के तहखाने से केवल कुछ धातु और बर्तन मिले
- करोड़ों के खजाने की चर्चाओं पर लगा विराम
- हाई पावर कमेटी ने 29 अक्टूबर को बैठक बुलाई
- 1971 की इन्वेंटरी और बैंक लॉकर के सामान का मिलान होगा
- मंदिर प्रशासन ने अफवाहों से दूर रहने की अपील की

